जानिए मोटापे से पीड़ित लोगों को कैसे प्रभावित करता है विटामिन-डी?
शरीर में किसी भी तरह के पोषण की कमी या असंतुलन से कई तरह के समस्याएं पैदा होने लगती हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। शरीर में किसी भी तरह के पोषण की कमी या असंतुलन से कई तरह के समस्याएं पैदा होने लगती हैं, जो शारीरिक और मनोवैज्ञानिक दोनों तरह से प्रभावित करती हैं। विटामिन-डी एक ज़रूरी फैट-सोल्यूबल विटामिन है, जो हमारे महत्वपूर्ण अंगों को हेल्दी बनाए रखता है और हमें कई बीमारियों से लड़ने की प्रतिरक्षा देता है। इसकी कमी बुज़ुर्गों में काफी आम है, जिससे कई तरह की बीमारियां होती हैं। आपको हेल्दी और पोषण से भरपूर डाइट और सूरज की किरणों से पर्याप्त विटामिन-डी मिल सकता है।
मोटापे से पीड़ित लोगों को कैसे प्रभावित करता है विटामिन-डी?
कई शोध के अनुसार, दुनियाभर में 50 प्रतिशत से ज़्यादा लोग विटामिन-डी की कमी से जूझते हैं। बुज़ुर्ग, शिशुओं और जो लोग घर से कम निकलते हैं, वे इसकी कमी से जूझते ही हैं, लेकिन इनके अलावा उन लोगों में भी विटामिन-डी की कमी का ख़तरा ज़्यादा होता है, जो मोटापे से पीड़ित होते हैं।
शोध में देखा गया है कि एक उच्च बॉडी मास इंडेक्स और शरीर में वसा प्रतिशत विटामिन-डी के निम्न रक्त स्तर से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा, विटामिन-डी को सक्रिय बनाने के लिए आवश्यक कुछ एंज़ाइम मोटे और पूरी तरह से फिट लोगों में विभिन्न स्तरों पर पाए जाते हैं।
क्या विटामिन-डी वज़न कम करने में मदद करता है?
दिलचस्प बात यह है कि शोध बताते हैं कि विटामिन-डी अगर आपको अच्छे से मिल रहा है, तो इससे आपको वज़न घटाने में मदद मिल सकती है। साथ ही कुछ रिसर्च यह भी कहती है कि खून में विटामिन-डी का स्तर बढ़ाने से शरीर का फैट कम होता है और स्वस्थ तरीके से वज़न घटता है। यहां तक कि विटामिन-डी नए फैट सेल्स को बनने से रोकता है और उनके जमाव को कम करता है। यह सेरोटोनिन का स्तर बढ़ाता है, जिससे मूड बेहतर होता है और भूख कंट्रोल होती है।