हम अपने दांतों की देखभाल के लिए रोजाना ब्रश करते हैं। इसके लिए हर कोई अलग-अलग तरह के टूथपेस्ट का इस्तेमाल करता है। बाजार में एक से बढ़कर एक टूथपेस्ट उपलब्ध हैं। कई बार ऐसा होता है कि हम अपने लिए सबसे अच्छा टूथपेस्ट नहीं चुन पाते हैं। कई बार लोग अपने दांतों की जरूरत को समझे बिना किसी भी तरह के टूथपेस्ट का इस्तेमाल कर लेते हैं, जिससे उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं।इसी बात को ध्यान में रखते हुए हमें टूथपेस्ट खरीदते समय कुछ खास बातों का हमेशा ध्यान रखना चाहिए। एक विशेषज्ञ ने बताया कि लोगों को टूथपेस्ट खरीदते समय किन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। उनके मुताबिक टूथपेस्ट खरीदते समय इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह किस ब्रांड का है या उसका फ्लेवर क्या है। क्या मायने रखता है कि इसमें मुख्य घटक फ्लोराइड है या नहीं।
फ्लोराइड टूथपेस्ट जरूरी है
ब्रिटिश डेंटिस्ट और इम्प्रेस के चीफ ऑर्थोडॉन्टिस्ट डॉ. खालिद कासिम अक्सर दांतों से जुड़े टिप्स शेयर करते रहते हैं। टूथपेस्ट के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, 'आपको हमेशा फ्लोराइड टूथपेस्ट का इस्तेमाल करना चाहिए, यह वाकई बहुत जरूरी है। टूथपेस्ट विभिन्न प्रकार के होते हैं, लेकिन सामान्य तौर पर आप यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि आप जिस टूथपेस्ट का उपयोग कर रहे हैं उसमें फ्लोराइड हो।डॉ. खालिद ने कहा, 'बच्चों के लिए यह बेहद जरूरी है कि उन्हें ऐसा टूथपेस्ट इस्तेमाल करने के लिए दिया जाए, जिसमें फ्लोराइड की मात्रा कम हो।' ऐसा इसलिए क्योंकि उनके दांत बड़ों के मुकाबले ज्यादा नाजुक होते हैं। वयस्कों के लिए, उच्च फ्लोराइड वाला टूथपेस्ट भी काम कर सकता है।
कितना फ्लोराइड टूथपेस्ट सबसे अच्छा है?
ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा का कहना है कि टूथपेस्ट जिसमें 1,350 से 1,500 पीपीएम फ्लोराइड होता है, बहुत प्रभावी होता है। हालांकि, अगर आपको दांतों की सड़न का खतरा है तो आपको अधिक फ्लोराइड वाला टूथपेस्ट लेना चाहिए। बच्चों को 1000 पीपीएम फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट देना चाहिए। इसका कारण यह है कि बचपन में बच्चों के दांत काफी नाजुक होते हैं, ऐसे में फ्लोराइड की अधिकता उनके दांतों को नुकसान पहुंचा सकती है।