रोजाना के दिनचर्या में अक्सर हम घर या बाहर कुछ चटपटा-सा खाई लेते हैं। बाहर अक्सर हम मैदा से बनीं हुई चीजें खाते हैं। समोसा, चाउमीन, पास्ता, भटूरा, जलेबी जैसी कई खाद्य सामग्रियों में मैदा ही मिला होता है। यहीं नहीं, बल्कि घर में भी विभिन्न प्रकार के बनाए गए खानों में मैदा का प्रयोग करते है, लेकिन क्या आपको मालूम है कि मैदा हमारे शरीर के लिए न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है बल्कि कई बीमारियां भी पैदा करता है।
मैदा खाना मतलब सेहत को नुकसान पहुंचाना मैदा हमारे लिए बहुत ज्यादा नुकसानदायक है, गेहूं में से पोष्टिक तत्व निकालने के बाद जो बचा रह जाता है उसे ब्लीच करके जो बनता है वह है मैदा, मैदा में पौष्टिक नहीं होता और इसमें फाइबर बिल्कुल भी नहीं होता तभी मैदा बहुत समय लेता है पचने के लिए। आइये जानते हैं किस तरह मैदा शरीर को बिमारियों का घर बनती हैं।
गठिया की बीमारी : मैदा अधिक खाने वाले लोगों को गठिया की समस्या हो सकती है। मैदा शरीर के जोड़ो में जाकर हड्डियों में मौजूद कैल्श्यिम को सोख लेता है जिस वजह से गठिया जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है। इसलिए जितना हो सके मैदा से परहेज करें।
हड्डियों पर बुरा प्रभाव : मैदा से बनी हुई चीजें खाने से शरीर की हड्डियों पर सबसे बुरा प्रभाव पड़ता है। क्योंकि मैदा बनाते समय इसमें से प्रोटीन निकल जाता है और यह एसिडिक बन जाता है जो हड्डियों से कैल्शियम को खींच लेता है, जिससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं।
बढ़ता है मोटापा : बहुत ज्यादा मैदा खाने से शरीर का वजन बढ़ना शुरु हो जाता है और आपके शरीर में वसा की मात्रा बढ़ने लगती है। यही नहीं, इससे कोलेस्ट्रॉल का लेवल और खून में ट्राइग्लीसराइड भी बढ़ता है। यदि आपको वजन कम करना है तो अपने खाने से मैदे को हमेशा के लिये हटा दें।
पेट के लिए नुकसानदायक : मैदा पेट के लिये इसलिए खराब होता है क्योंकि इसमें बिल्कुल भी फाइबर नहीं होता, जिससे कब्ज होने की पूरी संभावना है। यदि इसे ज्यादा मात्रा में खा लिया जाए तो इसका असर कुछ ही घंटों में देखने को मिलता है।
मधुमेह बढ़ना : मैदा खाने से डायबिटीज बढ़ती है। यही नहीं जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या नहीं भी होती है उन्हें मैदा खाने से यह बीमारी हो सकती है। मैदा शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा देता है। जिसकी वजह से शरीर में इंसुलिन का बढ़ना रूक जाता है और इस वजह से इंसान मधुमेह की चपेट में आ जाते हैं।
दिल की बीमारी को देता हैं बढ़ावा : मैदा खाने से हृदय से संबंधित रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। मैदे को नियमित खाते रहने से शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है और बार-बार बीमार होने की संभावना बढ़ने लगती है।
आंतों मे जमना : मैदा खाते ही यह आसानी से तो पचता नहीं है। यह हमारी आंतों में जाकर चिपक जाता है और आसानी से नहीं छूटता है। इस वजह से आंते सड़ सकती हैं या फिर उनमें कोई बीमारी लग सकती है।