यहां जानिए श्रीखंड को बनाने की रेसिपी

श्रीखंड तैयार करके राधा-कृष्ण को इसका भोग लगा सकते हैं.

Update: 2022-03-22 04:31 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रंग पंचमी (Rang Panchami) को होली का समापन माना जाता है. होली के ठीक पांचवे दिन मनाए जाने वाले इस त्योहार की धूम सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore) शहर में देखने को मिलती है. यहां होलकर वंश के समय से इस दिन जुलूस निकालने की परंपरा रही है, जो आज भी कायम है. इस दिन लाखों लोग इकट्ठे होकर जुलूस निकालते हैं, एक दूसरे पर रंग और गुलाल बरसाते हैं और आसमान में गुलाल फेंककर देवी देवताओं को समर्पित करते हैं और एक दूसरे के गले मिलकर इस पर्व की बधाई देते हैं. इस जुलूस को गेर कहा जाता है जिसमें देश विदेश से लोग आकर शामिल होते हैं. रंग पंचमी का पर्व मनाने के बाद लोग यहां श्रीखंड (Shrikhand) और पूड़ी का आनंद लेते हैं. चूंकि होली पर्व की शरुआत राधा कृष्ण से मानी जाती है, इसलिए इस दिन राधा और कृष्ण की पूजा भी की जाती है. आज 22 मार्च को देशभर में रंग पंचमी का पर्व मनाया जा रहा है. इस मौके पर आप भी अपने घर पर श्रीखंड तैयार करके राधा-कृष्ण (Radha-Krishna) को इसका भोग लगा सकते हैं. जानिए श्रीखंड बनाने का तरीका.

सामग्री
दही 4 कप, बूरा स्वादानुसार, एक चम्मच इलायची पाउडर, आधा कप बारीक कटी मेवा, एक चम्मच दूध में 6 से 7 पत्ती भीगा केसर.
श्रीखंड बनाने की रेसिपी
– श्रीखंड बनाना बहुत आसान है. इसे बनाने के लिए आपको सबसे पहले दही की जरूरत होगी. ये दही आप चाहें तो घर में भी जमा सकते हैं या बाहर से भी ला सकते हैं. लेकिन दही खट्टा नहीं होना चाहिए. ताजा होना चाहिए.
– सारे दही को आप एक साफ और सूती कपड़े में पलट दीजिए और इसकी एक पोटली जैसी तैयार कर दीजिए. इस पोटली को किसी ठंडी जगह पर 3 से 4 घंटे के लिए लटका दीजिए. ताकि इस दही का सारा पानी निकल जाए और ये क्रीमी हो जाए.
– अब बूरा को छानकर स्वादानुसार इसमें एड कीजिए और दोनों चीजों को मिलाइए. इसके बाद दूध में भीगा हुआ केसर इसमें डाल दीजिए. इससे दही का रंग बदल जाएगा. फिर आप बादाम, पिस्ता आदि अपनी मन पसंद मेवा काटकर इसमें मिक्स कर दीजिए.
– इसके बाद इस दही को सर्विंग बाउल्स में डालें और इलायची पाउडर से गार्निश कर दें. इसके बाद इन बाउल्स को करीब दो घंटे के लिए फ्रिज में रख दें ताकि श्रीखंड अच्छे से सेट हो जाए. श्रीखंड जितना स्मूद होगा उतना खाने में स्वादिष्ट लगता है.
– इसके बाद आप इस श्रीखंड का भोग लगाएं और प्रसाद के रूप में इसे खुद भी खाएं और दूसरों को भी खिलाएं. कुछ लोग श्रीखंड को ऐसे ही मिष्ठान की तरह खाते हैं, वहीं कुछ लोग इसे पूड़ी के साथ खाना पसंद करते हैं.=


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