जानें पैनिक अटैक में होने वाले लक्षणों के बारे में

बिजी लाइफ और बिगड़े हुए लाइफस्टाइल के कारण लोगों को कई तरह की समस्याएं होने लगी हैं.

Update: 2022-07-10 11:46 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिजी लाइफ और बिगड़े हुए लाइफस्टाइल के कारण लोगों को कई तरह की समस्याएं होने लगी हैं. जिनमें डायबिटीज, हाई बीपी जैसी गंभीर बीमारियों का होना आजकल आम बात है. इस रूटीन में लोगों को स्ट्रेस रहता है और अधिकतर को इस कारण बिगड़ी हुई मेंटल हेल्थ को फेस करना पड़ता है. स्ट्रेस (Stress) व दिमाग से जुड़ी अन्य दिक्कतों की वजह से किसी को भी पैनिक अटैक आ सकता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक पैनिक अटैक (Panic attack symptoms) के पीछे कारण डर या फिर एंग्जायटी हो सकती है. मेंटल हेल्थ से जुड़ी इस दिक्कत के दौरान व्यक्ति को डर, घबराहट के अलावा चिंता भी परेशान करती है. पैनिक अटैक किसी बड़ी दुर्घटना या मुश्किल के समय आ सकती है, लेकिन धीरे-धीरे व्यक्ति इससे उबर भी जाता है.

हालांकि, ये समस्या अगर बार-बार हो, तो ऐसे में चिंता करना जायज हो जाता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये दिक्कत भले ही मेंटल हेल्थ की वजह से हो, लेकिन इससे शारीरिक लक्षण भी जुड़े हुए होते हैं. इस लेख में हम आपको पैनिक अटैक से जुड़े लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं. जानें इनके बारे में…
एंग्जायटी या डर
किसी व्यक्ति को अगर एंग्जायटी यानी घबराहट या किसी भी तरह का डर महसूस होने लगे, तो वह पैनिक अटैक की चपेट में आ सकता है. ये मेंटल हेल्थ से जुड़ा लक्षण है. इसके होने पर व्यक्ति थोड़े समय के लिए दिल, दिमाग व शरीर के अन्य हिस्सों में दर्द महसूस करता है. एंग्जायटी या डर लगने पर व्यक्ति को लंबी-लंबी सांस लेनी चाहिए और तुरंत पानी पीना चाहिए.
हार्ट बीट का तेज होना
अगर किसी व्यक्ति की हार्ट बीट यानी दिल की धड़कन तेजी से बढ़ने लगे, तो हो सकता है कि वह पैनिक अटैक की चपेट में आया हो. पैनिक अटैक एक मानसिक समस्या है, लेकिन इसके होने पर व्यक्ति के दिल की धड़कनों के तेज होने जैसे शारीरिक लक्षण नजर आते हैं. इतना ही नहीं प्रभावित व्यक्ति को ज्यादा पसीना आने की प्रॉब्लम भी होने लगती है.
हाथ-पैरों में दिक्कत
ऐसा माना जाता है कि पैनिक अटैक के होने पर बॉडी के ब्लड सर्कुलेशन में प्रॉब्लम होने लगती है. प्रभावित व्यक्ति को हाथ और पैरों में कमजोरी महसूस होने लगती है और ये भी एक तरह का शारीरिक लक्षण है. ब्लड सर्कुलेशन के डिस्टर्ब होने पर पैरों के तलवों और हाथों की हथेलियों में भी दर्द शुरू हो जाता है. पैनिक अटैक से खुद को बचाना चाहते हैं, तो आपको इसके लिए योग करना चाहिए. ये उपाय आपको मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ बना सकता है.
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