ड्राई फ्रूट्स रोस्टिंग के दौरान इस रखें बात का ध्यान
अगर आप ड्राई फ्रूट्स को रोस्ट कर रहे हैं तो हो सकता है कि इससे पॉलीअनसैचुरेटेड फैट और एंटीऑक्सीडेंट पहले की तुलना में कम हो जाए,
हेल्दी स्नैक्स के रूप में ड्राई फ्रूट्स का सेवन काफी पसंद किया जाता है. इसके सेवन से ना केवल हमें दिनभर एनर्जी मिलती है, बल्कि लगभग हर तरह के न्यूट्रिशन की जरूरत को ये अकेले ही पूरा कर देता है. ऐसे में बच्चों से लेकर बूढ़ों के लिए भी यह काफी फायदेमंद है. शोधों में पाया गया है कि फाइबर, फैट और प्रोटीन का बेहतरीन सोर्स होने के साथ-साथ यह एंटीऑक्सीडेंट और जरूरी विटामिंस, मिनरल से तो भरपूर होता ही है, बैड कोलस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की समस्या को भी ये दूर कर सकते हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि इन्हें खाने का सही तरीका क्या हो? यहां हम बता रहे हैं कि ड्राई फ्रूट्स को रोस्ट करके खाना बेहतर है या फिर कच्चा.
ड्राई फ्रूट्स को रोस्ट कर खाएं या कच्चा?
हेल्थलाइन के मुताबिक, दोनों ही तरीके हमारी सेहत को नुकसान नहीं पहुचाते हैं और दोनों ही तरीके इनके फायदों को कम या ज्यादा नहीं करते. यह पाया गया है कि ड्राई रोस्टेड, कच्चा या तेल में छने ड्राई फ्रूट्स में प्रोटीन, कैलोरी, फैट, कार्ब में अंतर नहीं आता.
रोस्टिंग के दौरान रखें इस बात का ध्यान
अगर आप ड्राई फ्रूट्स को रोस्ट कर रहे हैं तो हो सकता है कि इससे पॉलीअनसैचुरेटेड फैट और एंटीऑक्सीडेंट पहले की तुलना में कम हो जाए, लेकिन अगर आप रोस्टिंग के दौरान तापमान और रोस्ट करने के समय पर ध्यान रखेंगे तो इससे बचा जा सकता है.
अधिक हीट से बचें
अगर आप इन्हें अधिक देर तक 120 डिगी सेल्सियस पर भूरा होने तक गर्म करेंगे तो इससे खतरनाक कैमिकल क्रिएट हो सकता है. मसलन, अगर आप बादाम को 25 मिनट तक हीट करते रहें तो एक्रिलामिनेट (acrylamide)कैमिकल बन सकता है जो हानि पहुंचा सकता है.
कच्चे ड्राई फ्रूट के नुकसान
कच्चे ड्राई फ्रूट्स के सेवन से नुकसान नहीं होता, लेकिन अगर इनका सही तरीके से स्टोर ना किया जाए तो इसमें आसानी से फंगल या बैक्टीरिया पनप सकते हैं जो हमें बीमार बना सकते हैं.
खाने का सही तरीका आखिर क्या?
कच्चे और भुने मेवे दोनों ही स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं. महत्वपूर्ण बात यह है कि मेवों को कैसे भूना जाए और कितने तापमान में इन्हें भूना जाए. कच्चा मेवा जब भी लें तो उसका एक्सपायरी डेट चेक करें और एयरटाइट डब्बे में ही स्टोर करें. अगर रोस्ट करें तो 5 मिनट के लिए लगभग 284°F (140°C) से अधिक देर तक ना रोस्ट करें. भूनते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि मेवे के रंग में बदलाव ना आए, उन्हें बहुत लंबे समय तक स्टोर न करें, केवल उन मेवों को भुनें जिन्हें आप अगले कुछ दिनों में खा लेंगे. बेहतर होगा कि आप बाजार से भुने मेवे ना खरीदकर घर पर इन्हें सभी नियमों को पालन करते हुए रोस्ट करें.