लेदर या लेदर से बनी वस्तुएँ खरीदतें वक़्त ध्यान रखे ये बातें
वक़्त ध्यान रखे ये बातें
सर्दियो के दिन चल रहे हैं और ऐसे में सभी की इच्छा होती है लेदर की जैकेट पहनने की। और इसके लिए वे कई दुकानों के चक्कर भी काटते हैं लेकिन मिलावट के कारण लेदर की पहचान नहीं कर पाते और गलत जेकेट का चुनाव कर लेते हैं। जिसके चलते आगे जाकर उन्हें पछताना पड़ता हैं। इसलिए आपको इस नुकसान से बचाने के लिए हम आपको बताने जा रहे हैं असली लेदर की पहचान कैसे करें उससे जुड़े टिप्स के बारे में। तो आइये जानते हैं लेदर की पहचान करने से जुड़े टिप्स।
जब कभी भी आप लैदर खरीदें तो आप उसे पिन से छेद करके देख सकते हैं। असली लैदर पिन से कटेगा नहीं और जो उस पिन का निशान बनेगा, वो भी कुछ ही समय में हट जाएगा। जबकि नकली लैदर में अगर कोई छेद या निशान हो जाता है तो वो मिटेगा नहीं।
चमड़े को पहचानने का आसान तरीका है उसे दबाकर या खींचकर देखना। अगर चमड़ा असली है तो इसमें सिकुड़न और खिंचाव नजर आएगा और अगर नकली है तो इस पर कोई फर्क नहीं दिखेगा।
खरीदने से पहले चमड़े के जैकेट को अच्छी तरह छूकर और महसूस कर जांच लें। जैकेट की सामग्री में हल्की-फुल्की खराबी असली चमड़े की पहचान है। असली चमड़े से प्लास्टिक या केमिकल की गंध नहीं आती है, जबकि नकली लेदर जैकेट से ऐसे गंध आते हैं।
असली लैदर नकली लैदर के मुकाबले ज्यादा मुलायम होता है, लेकिन ये हर जगह से बराबर नहीं होता है। यानि ये थोड़ा-थोड़ा खुरदरा होता है, कहीं से ज्यादा मोटा तो कहीं से ज्यादा पतला।
असली लैदर की पहचान करने का ये तरीका भी बहुत कारगर है। इस तरीके से आप असली लैदर की पहचान उसी वक्त कर सकते हैं और इसके लिए आप लैदर को जलाने की कोशिश करें। बता दें कि असली लैदर आसानी से जलता नहीं है और खूब देर तक जलाने की कोशिश करने पर इसमें अजीब सी बदबू आती है।
असली लैदर की जैकेट को खींचने पर उसमें बहुत बारीक छेद नजर आते हैं, जो रोमछिद्रों के छेद होते हैं। जबकि नकली चमड़े के जैकेट को खींचने पर यह आपको नजर नहीं आएगा।
असली चमड़े के जैकेट को मोड़ने या खींचने पर लचीलापन और रंग में थोड़ा बदलाव नजर आएगा। वहीं नकली चमड़ा हार्ड और सख्त बना रहेगा।