फेफड़ों को खराब होने से बचाता है गुड़, जानें क्या है सच ?
हम जानते हैं कि आप अपनी और अपने परिवार की सेहत को लेकर चिंतित हैं। कोविड के बाद से कमजोर हुए फेफड़ों के लिए वायु प्रदूषण दोहरा घाव है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इन दिनों प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। दिल्ली-मुंबई जैसे महानगर ही नहीं, बल्कि छोटे शहरों में भी वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा है। ज्यादातर जगहों का एयर क्वालिटी इंडेक्स पूअर की तरफ बढ़ता जा रहा है। यह कोई नई बात नहीं है, हर साल सर्दियां बढ़ने के साथ लोगों को इस समस्या का सामना करना पड़ता है। खासताैर पर उन इलाकों में जहां इंडस्ट्रियल एरिया बहुत पास है। इनमें दिल्ली-एनसीआर के इलाके भी शामिल होते हैं।
उस पर वाहनों से निकलने वाला धुआं भी वायु प्रदूषण के स्तर में इजाफा कर रहा है। यह सही है कि हम सभी को मिलकर वायु प्रदूषण को रोकने के उपाय करने होंगे। पर यह कोई एक-दो दिन की बात नहीं है। इसके लिए सतत-सामुहिक प्रयास की आवश्यकता है। परंतु तब तक क्या किया जाए?
हम जानते हैं कि आप अपनी और अपने परिवार की सेहत को लेकर चिंतित हैं। कोविड के बाद से कमजोर हुए फेफड़ों के लिए वायु प्रदूषण दोहरा घाव है। अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और श्वसन पथ संक्रमण से जूझ रहे लोग ही नहीं, सामान्य लोग भी इन दिनों अतिरिक्त कफ या बलगम महसूस कर रहे हैं। पर क्या इससे बचने का कोई उपाय नहीं है?
न, इतना निराश होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हमारे रसोई घर में कई समस्याओं का समाधान छुपा हुआ है। हमारे पास कई ऐसे सुपरफूड्स हैं, जिनका अगर सही तरीके से सेवन किया जाए तो वे न केवल उपचार में मदद करते हैं, बल्कि रोग के होने से पहले ही उसकी संभावना खत्म कर देते हैं। ऐसा ही एक सुपरफूड है गुड़। जानना चाहती हैं कि ये कैसे फेफड़ों को प्रदूषण के खिलाफ सुरक्षा देता है? तो नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें -