भुज के इन म्यूजियम को देखने का है अपना एक अलग अनुभव, आप भी घूम आएं

भुज के इन म्यूजियम को देखने

Update: 2023-06-12 07:41 GMT
गुजरात राज्य में स्थित भुज उत्तर पश्चिम गुजरात में अहमदाबाद और राज्य की राजधानी गांधीनगर से लगभग 400 किमी दूर स्थित है। इसकी गिनती कच्छ के दूसरे सबसे बड़े शहर के रूप में होती है। व्यापार की दृष्टि से भी यह स्थान बहुत अधिक मायने रखता है। जब भी लोग गुजरात घूमने के लिए जाते हैं तो भुज में घूमने की प्लानिंग अवश्य करते हैं।
यहां पर कई ऐतिहासिक स्थल हैं, जो दर्शकों को आकर्षित करते हैं। दरअसल, भुज में नागा प्रमुखों, राजपूतों, सुल्तानों और ब्रिटिश राज के युग की कई आर्किटेक्चरल जगहों को देखा जा सकता है। इसके अलावा, यहां पर कई म्यूजियम भी स्थित हैं, जो भुज और गुजरात के बारे में आपको विस्तृत जानकारी प्रदान करती हैं।
इसलिए, अगर आप गुजरात सिर्फ घूमना ही नहीं चाहती हैं, बल्कि इसके बारे में विस्तृत जानकारी हासिल करना चाहती हैं तो आपको इन म्यूजियम्स का भी दौरा अवश्य करना चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको भुज में स्थित कुछ म्यूजियम के बारे में बता रहे हैं-
प्राग महल म्यूजियम 
इस म्यूजियम को कर्नल हेनरी सेंट विल्किंस ने इटैलियन गोथिक स्टाइल में डिजाइन किया था। इसका निर्माण 1879 में पूरा हुआ था। इस महल में इटैलियन मार्बल और राजस्थानी सैंडस्टोन का इस्तेमाल किया गया है। यहां के झरोखों पर सुंदर चित्रों और शानदार जाली के काम के साथ दीवारों पर खूबसूरत नक्काशी भी देखी जा सकती है। इस पैलेस के मेन हॉल में कई प्रिजर्व जानवरों की खालें हैं, जबकि दरबार हॉल में झूमर और क्लासिकल स्टैच्यू हैं।
इस भव्य प्राग महल में देश का दूसरा सबसे ऊंचा क्लॉक टॉवर है, जहां से भुज शहर का शानदार नजारा देखा जा सकता है। भुज के दर्शनीय स्थलों में महल का एक हिस्सा है जिसे एक म्यूजियम में तब्दील कर दिया गया है, जिसमें शाही परिवार के रिकॉर्ड और व्यक्तिगत वस्तुओं को प्रदर्शित किया गया है।
कच्छ म्यूजियम
इस कच्छ म्यूजियम का निर्माण महाराव खेंगरजी ने 1877 में करवाया था। यह गुजरात का सबसे पुराना म्यूजियम है और यह अपनी विलुप्त कच्छी लिपि और प्राचीन सिक्कों के कलेक्शन के लिए जाना जाता है। म्यूजियम में कई दुर्लभ वस्तुएं रखी गई हैं। इसमें क्षत्रप शिलालेखों का दुनिया का सबसे अविश्वसनीय संग्रह है और अब विलुप्त कच्छी लिपि के उदाहरण हैं। म्यूजियम का एक सेक्शन अनूठी जनजातीय संस्कृति को समर्पित है।
वंदे मातरम मेमोरियल वंदे मातरम मेमोरियल भुज में एक फेमस म्यूजियम है और यहां पर बड़ी संख्या में टूरिस्ट घूमने के लिए आते हैं। यह म्यूजियम मुख्य रूप से 1857 के विद्रोह और 1947 के स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान सैनिकों द्वारा किए गए बलिदानों को सम्मान देने और उनकी याद में बनाया गया था।
इस म्यूजियम में लगभग 17 कमरे हैं। इसके अलावा, यहां पर एक पार्क और भारत माता की एक शानदार मूर्ति भी है। अगर आप अपने परिवार के साथ भुज जा रहे हैं तो ऐसे में आपको वंदे मातरम मेमोरियल म्यूजियम में अवश्य जाना चाहिए। साथ ही, यह सभी उम्र के व्यक्तियों के घूमने के लिए बेहतरीन जगह है।
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स्मृतिवन भूकंप मेमोरियल म्यूजियम
स्मृतिवन एक बेहद ही विशाल जगह है, जो लगभग 470 एकड़ में एक विशाल क्षेत्र को कवर करती है। यह भुज के बाहरी इलाके में भुजियो डूंगर पर स्थित है। इस मेमोरियल में एक सन-प्वाइंट है जो भुजियो डूंगर के ऊपर से शहर, सूर्योदय और सूर्यास्त का अद्भुत नजारा पेश करता है।
इस मेमोरियल में 3 लाख से अधिक पौधों के साथ दुनिया का सबसे बड़ा मियावाकी वन भी शामिल है, जो पूरे मेमोरियल में फैला हुआ है, इसलिए जब आप यहां पर आते हैं तो आपको एक अलग ही अनुभूति होती है। स्मृतिवन भूकंप म्यूजियम का आकार 11,500 वर्ग मीटर है, जिसमें 7 अलग-अलग ब्लॉक शामिल हैं।
तो अब आप जब भी भुज घूमने जाएं, इन म्यूजियम्स को भी अवश्य देखें। साथ ही साथ, अपने एक्सपीरियंस हमारे साथ अवश्य शेयर करें।
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