क्या चाय में चीनी के बजाए शहद डालना ज्यादा हेल्दी है? जानें एक्सपर्ट की राय

Update: 2022-06-14 11:38 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। चाय का सेवन तो हम सभी करते हैं। चाय हम में से ज्यादातर लोगों के पसंदीदा ड्रिंक्स में से एक है। बहुत से लोग अपने दिन की शुरुआत एक कप चाय के करना पसंद करते हैं। कुछ तो लोग दिन में 4-5 कप चाय पी लेते हैं। लेकिन ज्यादा चाय का सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए अब ज्यादातर लोग रेगुलर चाय की बजाए हर्बल चाय विकल्प अधिक चुनने लगे हैं। लेकिन अक्सर लोग इस बात को लेकर काफी असमंजस में रहते हैं कि क्या चाय में चीनी के बजाए शहद का प्रयोग करना हेल्दी विकल्प है? ऐसे बहुत से लोग हैं जो सोचते हैं कि अगर आप अपनी चाय में से चीनी निकाल दें तो चाय से सेहत को नुकसान नहीं पहुंचता है। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि अगर चाय में चीनी की बजाए चीने के हेल्दी विकल्प जैसे शहद और गुड़ का प्रयोग करें तो इसे चाय हेल्दी हो जाती है। लेकिन यह एक गलत धारणा है।

अब सवाल यह उठता है कि चाय में चीनी के बजाए शहद का प्रयोग क्या वाकई हेल्दी होता है? आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. अल्का विजयन (BAMS -Thyroid & Gynaecological Hormone) के अनुसार इसमें कोई संदेह नहीं है कि चीनी के बजाए शहद का प्रयोग सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद है। लेकिन ऐसा चाय के साथ नहीं है। यह सही है कि चीनी की तुलना मे शहद बेहतर विकल्प है। लेकिन चाय के लिए नहीं, यह अन्य हॉट ड्रिंक्स के लिए। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे आखिर चाय में शहद डालकर पीना सेहत के लिए हेल्दी क्यों नहीं है।
शहद को नहीं किया जाना कभी भी गर्म
डॉ. अल्का के अनुसार आयुर्वेद कहता है कि शहद को कभी भी गर्म नहीं किया जाना चाहिए। लेकिन ऐसे बहुत से लोग हैं जो दिन में 3-4 कप चाय पीते हैं जिसमें वे चीनी के बजाए शहद का प्रयोग करते हैं सिर्फ यह सोचकर कि यह सेहत के लिए फायदेमंद है। बहुत से लोग शहद-नींबू-पुदीने की चाय का रोजाना सेवन करते हैं। लेकिन सही मायनों में यह सिर्फ आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाएगा।
लेकिन ऐसा क्यों है?
आयुर्वेद के अनुसार जब शहद को गर्म किया जाता है या किसी गर्म ड्रिंक में मिलाया जाता है तो यह गर्म होने पर शरीर में सूजन ट्रिगर करता है। जिससे यह आपकी सेहत के लिए कई तरह से नुकसानदायक साबित हो सकता है। सरल शब्दों कहें तो जब शहद का रंग बदलता है, बनावट बदल जाती है, पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं तो यह गोंद जैसा पदार्थ बन जाता है जिसे अमा (AMA) कहते हैं जो कि सूजन पैदा करने वाला होता है।
डॉ. अल्का के अनुसार नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी (एनसीबीआई) का भी यही मानना है कि जब शहद को पकाया या गर्म किया जाता है तो इससे शहद की गुणवत्ता खराब हो सकती है और इसके आवश्यक एंजाइम और पोषक तत्व खो सकते हैं।
क्या पाश्चराइज्ड शहद खराब होता है?
डॉ. अल्का के अनुसार की मानें तो यह सही है। पाश्चराइज्ड शहद खराब होता है क्योंकि पाश्चुरीकरण के दौरान शहद को उच्च तापमान पर पकाया जाता है, जो नियमित शहद की तुलना में घावों को भरने और संक्रमण से लड़ने के लिए शहद के प्राकृतिक गुणों को नष्ट कर देता है।
अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो अपनी चाय में शहद का प्रयोग करते हैं, तो सावधान हो जाएं, क्योंकि यह आपकी सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकता है। हालांकि आप चाय के बजाए आप अन्य हॉट ड्रिंक्स में अगल से शहद मिलाकर पी सकते हैं।


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