कृत्रिम ह्रदय : हाल के दिनों में दिल की बीमारियां बढ़ी हैं। जीवनशैली और खान-पान की आदतों के कारण कम उम्र में ही हृदय रोग हो जाते हैं। इनके अलावा कोरोना जैसे संक्रमण से दिल की बीमारियां भी बढ़ रही हैं। IIT कानपुर के डॉक्टरों ने दिल का दौरा पड़ने वाले एक व्यक्ति की मदद के लिए एक कृत्रिम हृदय विकसित किया है। जानकारों का कहना है कि इसके जरिए हार्ट ट्रांसप्लांट के चांसेज रहते हैं। केजीएमयू के 118वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने यह खुलासा किया। उन्होंने कहा कि अगले साल इस पर और गहन शोध करने के बाद अगले दो साल में मानव में कृत्रिम हृदय लगाने की तैयारी की जाएगी। इस कार्यक्रम में मानसिक स्वास्थ्य विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. प्रभात सिठोले, केजीएमयू के कुलपति डॉ. बिपिन पुरी, कुलपति डॉ. विनीत शर्मा समेत कई चिकित्सक व छात्र-छात्राएं शामिल हुए.