ऑफिस में बॉस के साथ बनाना चाहते हैं अच्छी ट्यूनिंग, रखें इन बातों का ध्यान
रखें इन बातों का ध्यान
एक नौकरीपेशा इंसान चाहता हैं कि उसके ऑफिस का माहौल सकारात्मक बना रहे क्योंकि वह अपने पूरे दिन का महत्वपूर्ण समय वहीँ गुजारता हैं। इसके लिए सबसे जरूरी हैं कि ऑफिस में बॉस के साथ अच्छी ट्यूनिंग हो ताकि माहौल के साथ करियर पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़े। बेशक ऑफिस में रिश्ते-नाते नहीं निभाए जाते हैं, यहां भावनाओं का सागर नहीं बहता लेकिन इस बात को नहीं भूलें कि अापसी समझ अच्छी हो तो काम करना आसान हो जाता है। इसके लिए आपको चमचागिरी नहीं, बल्कि ऑफिस के सही तौर-तरीके आने चाहिए। आज हम आपको कुछ ऐसी ही बातों की जानकारी देने जा रहे हैं जिन्हें ध्यान में रखकर ऑफिस में बॉस के साथ अच्छे रिश्ते बनाए जा सकते हैं। आइये जानें इनके बारे में...
कम्यूनिकेशन
किसी भी रिश्ते का यह सबसे अहम पार्ट होता है। बॉस से भी कम्यूनिकेशन बनाए रखना बेहद जरूरी होता है। गोल्स और टारगेट को लेकर उन्हें लगातार चीजें कम्यूनिकेट करते रहें, जिससे उन्हें भी आपकी प्रोग्रेस और उसमें आ रही अड़चन का अंदाजा रहे। ऐसे में अगर आप किसी मुश्किल में फंस भी जाते हैं, तो आपके बॉस को आपकी मदद करने में आसानी होगी।
सीखिए टाइम मैनेजमेंट
बॉस की नजर में अपनी अच्छी छवि बनाए रखने के लिए समय पर काम पूरा करने की आदत डालें। ये तभी संभव है, जब आपने ऑफिस के निर्धारित समय से थोड़ा पहले पहुंचने की आदत विकसित कर ली हो। टाइम मैनेजमेंट के लिए एक बात और बहुत अहम है, और वह है स्मार्ट तरीके से काम करना। अगर आपको कोई जिम्मेदारी दी गई है, तो उसे जरूर पूरा करें। इससे भागने या फिर बहाने बनाने की कोशिश न करें। यह बॉस पर गलत इम्प्रेशन छोड़ते हुए आपको मुश्किल में डाल सकता है। बेहतर है कि अपना 100% दें और दिए गए काम को समय से पूरा करें।
छोटी सी बात से करें शुरुआत
फ्रेशर्स यदि बॉस के सामने प्रजेंटेशन देने जा रहे हैं,तो सीधे ही बात करना शुरु न करें। ऐसे में सीनियर पर आपकी गलत इमेज बन जाएगी।छोटी सी बातचीत के जरिए गंभीर चर्चा की शुरुआत करें, यही सही बिहेवियर है। बात कैसी भी हो तनावरहित और पॉइंट टू पॉइंट होनी चाहिए। प्रोफेशन की नॉलेज और एक्सपीरियंस के अलावा बात करने का सलीका भी कामयाबी में अहम भूमिका निभाता है।
स्पष्ट राय रखें
ऐसे कर्मचारी न बनें, जिसकी किसी मुद्दे पर एक राय न हो। ऐसे लोगों को समझना काफी मुश्किल होता है। बॉस भी ऐसे कर्मचारी से डील करने से बचेगा क्योंकि उसे यही समझ नहीं आएगा कि एंप्लॉयी का गोल क्या है और वह किस तरह चीजों को लेकर सोचता है? इस वजह से वह उसे कोई जिम्मेदारी देने से भी बचेगा।
काम से जुड़ी चीजों के बारे में जानकारी रखें
कई बार ऐसा होता है कि किसी मुद्दे पर बॉस अपनी टीम की राय लेता है। इस सिचुएशन में अगर आपको काम से जुड़ी जानकारी होगी, तो आप आसानी से जवाब दे सकेंगे। अगर आप जवाब नहीं दे सके, तो यह आपके लिए नेगेटिव मार्किंग की तरह हो सकता है। हालांकि, इस स्थिति में आप यह जरूर कर सकते हैं कि आप बॉस से कुछ समय की मौहलत लें ताकि आप उस विषय के संबंध में जानकारी जुटा सकें और इसके बाद उन्हें वह इंफो पास करें।
शार्ट लैंग्वेज में न करें एसएमएस
यदि किसी सीनियर को मैसेज भेजना हो तो समय का ध्यान रखना जरूरी है। रात 9 बजे मैसेज भेजना फोन करने से बेहतर है। एसएमएस की भाषा को हमेशा सही और शिष्ट रखें। शॉर्ट शब्दों में लिखे जाने वाले मैसेज सीनियर्स द्वारा पसंद नहीं किए जाते।
पहनावा भी हो आकर्षक
किसी को प्रभावित करने के लिए शुरुआती 30 सेकेंड ही मायने रखते हैं। इसलिए इस बात को पक्का कर लीजिए कि आप सामने वाले के आगे अपना बेस्ट ही प्रदर्शित कर रहे हैं। पहनावा क्या हो, ये निश्चित करते समय इस बात को प्रमुखता देनी चाहिए कि आपके बॉस या सहकर्मी वर्कप्लेस पर आपकी ड्रेस से असहज महसूस न करें। साथ ही कोशिश करें कि आपकी ड्रेस फॉर्मल और साफ-सुथरी हो। छोटे व सलीके से रखे गए बाल वर्कप्लेस के लिए सबसे मुफीद हैं।
तहजीब अपनाए
तहजीब यानी कि एटिकेट्स, ये वो सामान्य सी चीज है जिसे अपना कर आप वर्कप्लेस पर छा सकते हैं। बस इसके लिए आपको ध्यान रखना है कि आप ऐसा कोई व्यवहार न करें, जिससे सार्वजनिक स्थल पर आपकी बेइज्जती हो। सौम्य व मृदुभाषी बनें। दूसरों के बारे में शिकायती रवैया न अपनाएं। इन दोनों बातों को अपना कर निश्चित रूप से आप लोगों की प्रशंसा के पात्र बनेंगे।