अगर रखना है किडनी को स्वस्थ तो इन चीजों का रखे ध्यान

शरीर का हर अंग महत्वपूर्ण है। किसी भी अंग में खराबी आने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है।

Update: 2021-02-21 09:45 GMT

जनता से रिश्ता वेबडस्क। शरीर का हर अंग महत्वपूर्ण है। किसी भी अंग में खराबी आने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है। खासकर दिल, फेफड़ें और किडनी पर विशेष ध्यान देना चाहिए। शरीर में दो किडनी होते हैं। किडनी का प्रमुख काम रक्त शोधन करना है। आसान शब्दों में कहें तो किडनी का प्रमुख काम रक्त से पानी और सोडियम यानी नमक का फिल्टर करना और यूरिन उत्पादन करना है। यह एंजाइम रेनिन बनाता है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में बड़ी भूमिका निभाता है। किडनी शरीर में पोषक तत्वों को संरक्षित रखते हैं और खराब चीजों को बाहर निकाल देते हैं। कई बार अनुचित खानपान के चलते किडनी में पत्थर का निर्माण होने लगता है। पत्थरों के आकार में अंतर होता है। अक्सर छोटी-छोटी पथरियां मूत्र के जरिए बाहर निकल जाती हैं, लेकिन बड़ी पथरी न केवल मूत्र संचालन में बाधा उतपन्न करती है, बल्कि इससे कमर और पेट में भी पीड़ा होती है। पथरी से पीड़ित मरीजों को रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि पानी के जरिए भी पथरी निकल जाती है। इसके लिए किडनी का सेहतमंद रहना बेहद जरूरी है। अगर आप भी किडनी को सेहतमंद रखना चाहते हैं, तो डाइट में इन चीजों को जरूर शामिल करें-


पानी अधिक पिएं

पानी ज्यादा या कम पीना सेहत के लिए सही नहीं होता है। इससे किडनी फेल होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए रोजाना 8 गिलास पानी पिएं। हालांकि, कितना पानी पिएं। इससे संबंध में एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें। किडनी को स्वस्थ रखने के लिए एक चीज का अवश्य ध्यान रखें कि पेशाब का रंग पीला न हो। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। इससे शरीर में मौजूद टॉक्सिन बाहर निकल जाता है। साथ ही शरीर का शुद्धीकरण हो जाता है। इससे मेटाबॉलिज्म में भी सुधार होता है। खाने में नमक का अधिक सेवन न करें।

सेब खाएं

सेब में पेक्टिन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। यह एक घुलनशील फाइबर है। यह कोलेस्ट्रॉल और ग्लूकोज के स्तर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। सेब के छिलके में quercetin और खाने वाले फल में dihydroxy benzoic acid (DHBA)पाए जाते हैं, जो मस्तिष्क कोशिकाओं की रक्षा भी करते हैं। यह फल आपके किडनी के के लिए अच्छा होता है।

ओमेगा-3 फैटी एसिड


फैटी फिश यानी तैलीय मछली में उच्च मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेटिव, एंटी-कार्सिनोजेनिक के गुण पाए जाते हैं। ये गुण मस्तिष्क समेत किडनी को सभी प्रकार की बीमारियों से सुरक्षित रखते हैं। इसके लिए साल्मन, टूना, हेररिंग्स मछलियों का सेवन कर सकते हैं।

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