अचानक वजन घटने या बढ़ने लगे तो हो जाएं सावाधान, हो सकते हैं ये बीमारी का शिकार

अगर आपका वजन अचानक घटने या बढ़ने लग रहा है तो यह थायराइड (Thyroid) बीमारी का संकेत हो सकता है

Update: 2021-10-22 15:24 GMT

अगर आपका वजन अचानक घटने या बढ़ने लग रहा है तो यह थायराइड (Thyroid) बीमारी का संकेत हो सकता है. यह बीमारी महिलाओं में अधिक देखी जाती है. डॉक्टरों का कहना है कि इस बीमारी के लक्षणों को नजरअंदाज करने पर ये जानलेवा साबित हो सकती है.

राजीव गांधी अस्पताल के मेडिसिन विभाग के डॉक्टर विजय जैन बताते हैं कि थायराइड गर्दन के निचले हिस्से में स्थित इंडोक्राइन ग्रंथि में होती है. इसमें वजन बढ़ने या घटने के साथ ही हार्मोन भी गड़बड़ा जाते हैं. यह बीमारी थायराइड ग्रंथि के बढ़ने की वजह से होती है. यह ग्रंथि तितली के आकार की होती है, जो कि शरीर की कई जरूरी गतिविधियों को नियंत्रित करती है. थायराइड ग्रंथि टी3 और टी4 थायरॉक्सिन हार्मोंन का निर्माण करती है जो कि सांस, ह्रदय गति, पाचन तंत्र और शरीर के तापमान पर सीधा असर करती है. साथ ही ये हड्डियों, मांसपेशियों व कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित करते हैं. जब शरीर में ये हार्मोंस असंतुलित हो जाते हैं, तो वजन कम या ज्यादा होने लगता है, इसे ही थायराइड की समस्या कहते हैं. यह एक साइलेंट किलर बीमारी है क्योंकि इसके लक्षण तुरंत सामने नहीं आते हैं.
वजन घटना या बढ़ना सबसे आम लक्षण
वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर अजय कुमार बताते हैं कि थायराइड ग्रंथि शरीर में थाइराक्सिन नामक जो हार्मोन बनाती है, उससे शरीर की एनर्जी, प्रोटीन उत्पादन और दूसरे हार्मोन्स के प्रति होने वाली संवेदनशीलता नियंत्रित होती है. थायराइड के लक्षण में सबसे आम वजन घटना ही है. इसके अलावा, अनिंद्रा की समस्या और ज्यादा प्यास लगना, अधिक पसीना आना, हाथ कांपना, दिल तेजी से धड़कना, कमजोरी और चिंता शामिल है. यह एक ऐसी बीमारी है जिसके लक्षण शुरुआती स्तर पर जल्द ही पहचान में नहीं आते हैं.
थायरॉइड (Thyroid Symptoms) के लक्षण
-वजन का घटना या बढ़ना
-चिड़चिड़ापन
-अधिक पसीना आना.
-हाथों का काँपना.
-बालों का पतला होना एवं झड़ना.
-अनिद्रा
-मांसपेशियों में कमजोरी एवं दर्द रहना.
-दिल की धड़कन बढ़ना.
-बहुत भूख लगने के बाद भी वजन घटता है.
-महिलाओं में मासिक धर्म की अनियमितता
इन चीजों से मिलेगी राहत
आयोडीन- थायराइड के मरीज को आयोडीनयुक्त भोजन करना चाहिए. आयो‍डीन थायराइड ग्रंथि के दुष्प्रभाव को कम करता है.
मछली- इसमें ज्‍यादा मात्रा में आयोडीन पाया जाता है. वैसे तो सभी मछलियों में आयोडीन पाया जाता है, लेकिन समुद्री मछलियों में ज्‍यादा मात्रा में आयोडीन होता है.
डेयरी प्रोडक्ट्स- दूध और दही में पर्याप्त मात्रा में विटामिन, मिनरल्स, कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं. दही खाने से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है.
मुलेठी- इसमें ऐसे पोषक तत्‍व पाए जाते हैं जो थायराइड ग्रंथि को संतुलित करन में मदद करता है और थकान को मिटाता है.


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