अगर आपको भी बार-बार करता है बर्फ खाने का मन, तो कहीं इस बीमारी से पीड़ित तो नहीं है आप?
दुनिया में कई तरह के लोग होते हैं जिनकी आदतें भी काफी अलग होती है. ऐसी ही एक अजीब आदत है
जनता से रिश्ता वेबडेसक | दुनिया में कई तरह के लोग होते हैं जिनकी आदतें भी काफी अलग होती है. ऐसी ही एक अजीब आदत है बर्फ का सेवन (Ice Khane Se Hoti Hai Ye Bimari) करना. ऐसे बहुत से लोग है जिन्हें बर्फ खाने की आदत होती है. बर्फ खाने से रिफ्रेशिंग महसूस होता है. लेकिन बर्फ खाने की यह आदत किसी बड़ी बीमारी का कारण भी हो सकता है. डॉक्टर्स की भाषा में बर्फ खाना या बर्फ युक्त पेय पदार्थ पीने की आदत को पैगोफेजिया कहा जाता है. ऐसे में अगर आपको भी बर्फ खाने (Ice Khane Ke Nuksan) की आदत है तो हम आपको इसके नुकसान और कारणों के बारे में बताने जा रहे हैं.
बर्फ खाने के नुकसान
– बर्फ खाने या बर्फ युक्त ड्रिंक्स पीने से भूख लगने की प्रक्रिया प्रभावित होती है.
– बर्फ खाने से धमनियों पर असर पड़ता है और वो संकुचित हो जाती हैं. जो किसी भी परिस्थिति में ठीक नहीं है.
– बर्फ खाने या बर्फ युक्त पानी पीने से उसे पचाने में ज्यादा समय लगता है. इससे शरीर को पोषण मिलने में काफी समय लगता है.
– बर्फ खाने या बर्फ युक्त पानी पीने से रोग प्रतिरक्षा प्रणाली पर भी बुरा असर पड़ता है. जिसकी वजह से ऐसा पानी पीने वालों को हमेशा ही सर्दी और जुकाम जैसी समस्याएं बनी रहती हैं.
– बर्फ खाने या बर्फ युक्त पानी पीने से मल सख्त होता है जिससे बवासीर या फिर आंतों में घाव की समस्या हो सकती है.
इन कारणों से होती है बर्फ खाने की इच्छा
एनिमिया- शरीर में जब आयरन की कमी होती है तो बर्फ खाने की इच्छा बढ़ जाती है. एनीमिया से पीड़ित लोगों में लाल रक्त कोशिकाओं का लेवल कम होता है, जो शरीर के चारों ओर ऑक्सीजन ले जाने के लिए आवश्यक होते हैं. आयरन की कमी इन कोशिकाओं का स्तर कम कर देती है. जिसकी वजह से बर्फ खाने की इच्छा बढ़ जाती है.
गर्भावस्था, मासिक धर्म- इस कंडीशन में भी शरीर में आयरन की कमी होती है. जिस कारण बर्फ खाने की इच्छा बढ़ती है.
पोषक तत्वों की कमी- शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण बर्फ खाने की इच्छा बढ़ सकती है. सिर्फ यही नहीं, अधिक मीठे या शर्करा युक्त बर्फ वाले पेय पदार्थों को पीने की इच्छा भी तेज हो सकती है.