कैसे करना चाहिए कफ सिरप का इस्तेमाल
कफ सिरप का सेवन हमेशा उतना ही करें, जितना की डॉक्टर ने तय किया
खांसी या गले के इन्फेक्शन में डॉक्टर अक्सर कफ सिरप लेने की सलाह देते हैं। कफ सिरप लगभग हम सभी के लिए एक आम दवाई भी है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके ज़रूरत से ज़्यादा सेवन से सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है, यहां तक कि जानलेवा भी साबित हो सकता है। इसलिए आपको डॉक्टर की बताई गई खुराक औ सलाह के बगैर कफ सिरफ का सेवन करने से बचना भी चाहिए। इसकी डोज़ आपकी उम्र और सेहत पर निर्भर करती है।
कफ सिरप के साइड इफेक्ट्स क्या हैं?
कफ सिरप का सेवन हमेशा उतना ही करें, जितना की डॉक्टर ने तय किया। इसकी डोज़ खुद से बढ़ाने से कई तरह की दिक्कतें शुरू हो सकती हैं। कफ सिरप के साइड-इफेक्ट्स में दिल की धड़कने बढ़ना, चक्कर आना, बेहोशी महसूस होना, धुंधला दिखना, मितली, उल्टी, नींद आने में दिक्कत, सिर दर्द शामिल हैं। यानी ज़रूरत से ज़्यादा कफ सिरप आपके दिल को नुकसान पहुंचाता है। अगर इनमें से कोई भी लक्षण लंबे समय तक रहता है, या फिर गंभीर हो जाता है, तो फौरन डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
कफ सिरप का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए?
एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर आप खुद का इलाज कर रहे हैं और अपनी मर्ज़ी से दवाई खरीद रहे हैं, तो आपको डिब्बे पर लिखे बातों का पालन करना चाहिए और बेहतर है कि डॉक्टर से सलाह करें। कफ सिरप की डोज़ आपकी उम्र, मेडिकल कंडिशन और इलाज के स्तर पर निर्भर करती है। खांसी के लिए सिरप लेते वक्त इन बातों को याद रखें:
डॉक्टर की सलाह के बिना कभी भी डोज़ को न बढ़ाएं।
आपकी उम्र के हिसाब से जो डोज़ बताई गई है, उससे ज़्यादा कभी न लें।
दवाई के डिब्बे में लिखी बातों को ध्यान से पढ़ें।
हमेशा खुराक को नाप कर ही लें।
अगर दवाई के बावजूद आपके लक्षण एक हफ्ते में नहीं सुधरते हैं, या फिर आप सिर्द दर्द जैसे दूसरे लक्षणों से गुज़रने लगते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।
दवाई खाने के बाद अगर आपकी दिल की धड़कने बढ़ जाती हैं, स्वभाव में बदलाव आता है, घबराहट, पेशाब करने में दिक्कत या फिर दौरे पड़ते हैं, तो फौरन दवाई को बंद कर दें।
कफ सिरप के अलावा खांसी या गले की खराश का क्या इलाज है?
घरेलू इलाज में आप अदरक का रस, शहद और गर्म सूप पी सकते हैं, इससे तुरंत आराम मिल सकता है।
इसमें गुनगुना पानी, गर्म सूप, चाय आदि का सेवन भी राहत देता है।
आप स्टीम ले सकते हैं, इससे नासिका मार्ग और गला में रूखापन दूर होता है।
नमक के पानी से गरारे करें। इससे गले के दर्द और सूजन कम होगी।