कई बार व्यक्ति किसी चीज के बारे में बहुत ज्यादा सोचने लगता है। इस स्थिति को ओवरथिंकिंग कहते हैं। जब किसी भी फैसले को लेने से पहले उस पर काफी समय तक विचार किया जाता है। हालांकि यह इंसान का नेचुरल स्वभाव माना जाता है। लेकिन जब यह स्वभाव ज्यादा बढ़ जाता है तो यह ओवरथिंकिंग का रूप लेने लगती है। ओवरथिंकिंग ज्यादा बढ़ने पर व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार हो सकता है। जो व्यक्ति ओवरथिंकिंग करता है, उसो अच्छी नींद नहीं आती है। ऐसा व्यक्ति हर छोटी बातों के बारे में काफी ज्यादा सोचने लगता है। उसे हर समय अपने भविष्य का खतरा सताता रहता है।
इस तरह के व्यक्ति खुद को चिंताओं से बाहर लाने में असफल महसूस करते हैं। ऐसे में अगर आप भी ओवरथिंकिंग से परेशान हैं, तो हस्त मुद्रा इसमें आपकी मदद कर सकती है। बता दें कि हस्त मुद्रा योग का हिस्सा होता है। इस योग में हाथ की मुद्राओं से शरीर की समस्याओं को कम किया जा सकता है। हस्त मुद्रा को सुखासन में बैठकर करने से अच्छा रिजल्ट मिलता है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको ओवरथिंकिंग दूर कर के लिए कुछ लाभकारी हस्त मुद्राओं के बारे में बताने जा रहे हैं।
बता दें कि ओवरथिंकिंग की समस्या को दूर करने के लिए ज्ञान मुद्रा बेहद फायदेमंद होता है। ज्ञान मुद्रा की मदद से आप अपनी मेमोरी, ज्ञान और ध्यान को बढ़ा सकते हैं। इस मुद्रा को आप खड़े होकर, बैठकर या लेटकर भी कर सकते हैं। जब भी यह मुद्रा करें तो इस बात का ध्यान रखें कि आपकी पीठ एकदम सीधी होनी चाहिए। इस मुद्रा को करने के लिए आपको अपनी इंडेक्स फिंगर को अंगूठे से जोड़ना होता है। इस मुद्रा को करते समय सामान्य रूप से सांस लेते रहें और अपनी सांस पर फोकस करें।
अगर आप भी जरूरत से ज्यादा सोचते हैं और अपनी इस आदत को बदलना चाहते हैं तो आपको पृथ्वी मुद्रा करनी चाहिए। इस मुद्रा को करने के लिए सबसे छोटी उंगली और रिंग फिगर को अंगूठे से जोड़ें। इस मुद्रा को करने से आपकी थकान दूर होगी और आप ओवरथिंकिंग को कम कर सकेंगे। इस मुद्रा को प्रतिदिन सुबह-शाम 20 मिनट तक कर सकते हैं। जरूरी नहीं है कि आप इस मुद्रा को खाली पेट करें। इस मुद्रा को आप कभी भी कर सकते हैं। हालांकि इस मुद्रा को सुबह के समय करने से ज्यादा फायदा मिलता है।
अगर आप भी ओवरथिंकिंग से परेशान हैं तो वायु मुद्रा इसे कम करने में आपकी मदद कर सकती है। वायु मुद्रा उन लोगों के लिए ज्यादा फायदेमंद होती है, जो तनाव का शिकार रहते हैं। इस मुद्रा को करने से आपको ज्वाइंट्स या अर्थराइटिस के दर्द से भी राहत मिलती है। वायु मुद्रा हार्मोनल बैलेंस को बनाए रखने के लिए भी फायदेमंद होती है। वायु मुद्रा को करने के लिए आप अपनी इंडेक्स फिंगर को मोड़कर अंगूठे के ऊपर रखें। यह मुद्रा इस तरह से बनानी है कि अंगूठे का टिप उंगली के ऊपर आए। इस मुद्रा को आप सुबह के समय 15-20 मिनट के लिए कर सकते हैं।