वैसे तो सदियों से चुकंदर का इस्तेमास ट्रेडिशनल मेडिसिन के रूप में किया जा रहा है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में यह एक सुपरफूड बनकर उभरा है। कई आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर त्वचा, बाल और वजन के लिए कितना फायदेमंद है यह किसी से छिपा नहीं है। वैसे तो मुख्य रूप से यह सर्दियों की सब्जी है। लेकिन अपने पोषक तत्वों के कारण हर मौसम में इसका सेवन किया जाता है।
स्वाद की बात करें तो यह मीठा और कुरकुरा होता है और अगर खाने के साथ सर्व किया जाए तो प्लेट की रौनक बढ़ा देता है। लेकिन सुंदरता के अलावा इसके अन्य कई फायदे भी हैं इनमें से एक है लो बीपी में फायदेमंद। इसे सलाद के रूप में खा सकते हैं, इसका रस निकालकर पी सकते हैं या चुकंदर की सब्जी बना सकते हैं। हालांकि, ध्यान देने वाली बात यह है कि चुकंदर का ज्यादा सेवन आपकी सेहत के लिए हानिकारक भी हो सकता है। दुनिया भर के कई अध्ययन बताते हैं कि चुकंदर लो ब्लड प्रेशर से पीड़ित लोगों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। चलिए जानते हैं-
चुकंदर आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा या बुरा?
सभी जानते हैं कि चुकंदर प्रोटीन, फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट और डायट्री नाइट्रेट सहित कई पोषक तत्वों से भरपूर है। लेकिन यह बहुत कम ही लोग जानते हैं कि आहार नाइट्रेट शरीर में रक्तचाप के स्तर को कम करने के लिए जाने जाते हैं। यही वजह है कि चुकंदर हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद माना जाता है। लेकिन लो ब्लड प्रेशर वाले लोगों पर इसका ठीक उल्टा प्रभाव पड़ सकता है। एक शोध के अनुसार, डाइटरी नाइट्रेट रक्तचाप को कम करने के लिए रक्त वाहिकाओं को पतला करने में मदद करता है। जानकारों के मुताबिक एक गिलास चुकंदर का रस बीपी के स्तर को तेजी से कम कर सकता है। इसलिए पहले से ही लो ब्लड प्रेशर वाले लोग अगर इसका सेवन करते हैं तो उन्हें थकान, मतली, चक्कर जैसी शिकायतें हो सकती हैं।
कितनी मात्रा में चुकंदर का सेवन करना चाहिए?
ऐसा नहीं है कि चुकंदर खाने के केवल नुकसान ही हैं। अगर इसे सीमित मात्रा में लिया जाए यह आपके स्वस्थ आहार का हिस्सा हो सकता है और आपके शरीर को पूरा लाभ दे सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार एक दिन में एक कप से ज्यादा चुकंदर का सेवन नहीं करना चाहिए।