कितने तरह के बैंगन के बारे में जानते हैं आप?

Update: 2023-06-27 14:16 GMT
पूरे भारतभर में बैंगन किसी ना किसी रूप में आपकी और हमारी रसोई में शामिल रहता है. इसे हम कई पारंपरिक तरीक़ों से पकाते और खाते हैं. अगर आपने कभी ध्यान दिया हो, तो बैंगन के कई प्रकार हमारे आसपास पाए जाते हैं और यही इसकी सबसे बड़ी ख़ूबी है. इसे ब्रिंजल के अलावा एगप्लांट और एबुर्जीन नाम से भी जाना जाता है. सभी तरह के बैंगन में पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जिनका इस्तेमाल करके अलग-अलग तरह की रेसिपीज़ तैयार की जाती हैं.
ग्लोब एगप्लांट (बैंगन)
जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है कि गहरे बैंगनी रंग का यह बैंगन, बाज़ार में सबसे बड़े आकारवाली सब्ज़ियों में से एक है. इसके हर टुकड़े में फ़ाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है. अधिक गूदादार होने की वजह से बैंगन भर्ता बनाने के लिए इसे सबसे अच्छा माना जाता है. ग्रिल और रोस्ट रेसिपी के लिए भी इसी बैंगन का इस्तेमाल किया जाता है. ग्लोब एगप्लांट की सबसे पतली वेरायटी इटैलियन एगप्लांट है, जिसका स्वाद हल्का मीठा होता है. इस बैंगन का इस्तेमाल लज़ान्या और उस तरह की रेसिपीज़ के लिए किया जाता है.
जापानीज़ या चायनीज़ एगप्लांट
पतले बैंगन की यह वरायटी पूर्वी देशों में पाई जाती है, जिसका उपयोग करके स्टर फ्राइज़, टेम्पूरास सहित कई तरह की रेसिपीज़ तैयार की जाती हैं. इस बैंगनी रंग का इस्तेमाल आप अपने सूप और सलाद को और स्वादिष्ट बनाने के लिए में भी कर सकते हैं.
इंडियन एगप्लांट
हल्के बैंगनी रंग का यह बैंगन मूल रूप से भारतीय है. बैंगनों में सबसे छोटे आकार के इस बैंगन का इस्तेमाल भारतीय पारंपरिक खाने में किया जाता है. बैंगन करी के अलावा इससे भरवां बैंगन भी बनाया जाता है, जो खाने में बहुत ज़्यादा स्वादिष्ट और सेहतमंद होता है.
ग्रीन एप्पल एगप्लांट
आमतौर से गर्मियों में पाए जानेवाले इस हरे रंग के बैंगन को ग्रीन एप्पल एगप्लांट कहा जाता है. यह नाम इसलिए पड़ा है कि यह हरे सेब के समान दिखाई देता है. विटामिन बी6 से भरपूर इस हरे बैंगन को प्यूरी, अचार, कम और ज़्यादा फ्राई के अलावा भुनकर भी कई तरह की रेसिपीज़ बनाई जा सकती हैं.
सेहत के लिहाज़ से फ़ायदेमंद
बैंगन में पोटैशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन और विटामिन्स की अच्छी मात्रा पाई जाती है. 100 ग्राम बैंगन में लगभग 24 कैलोरी होती है. इसके अलावा यह पाचन क्रिया को दुरुस्त करने के साथ वेट लॉस और ख़ून की कमी से भी राहत दिलाता है. अगर आपको बैंगन से किसी भी तरह की एलर्जी है, तो खाने से परहेज़ करें या डॉक्टरी सलाह के बाद ही इसे अपनी डायट में शामिल करें.
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