फिट होने के बावजूद कैसे कार्डियक अरेस्ट का शिकार हुए केके

हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि फिट बॉडी होने का मतलब ये नहीं है कि आप का दिल भी पूरी तरह स्वस्थ है।

Update: 2022-06-02 04:57 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोलकाता में एक लाइव कंसर्ट के दौरान मशहूर सिंगर केके की तबियत अचानक खराब हुई और कुछ देर बार उनकी मौत हो गई। केके की मौत की असली वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मालूम पड़ेगी लेकिन डॉक्टर्स के मुताबिक उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया था। 53 साल की उम्र में भी केके बिल्कुल फिट और युवा दिखते थे। ऐसे में उनके कार्डियक अरेस्ट की मौत की खबर से हर कोई सदमे में है। शो के दौरान ही केके को सीने में दर्द और बेचैनी महसूस होने लगी थी। केके से पहले भी कई सेलिब्रिटीज कम उम्र में ही कार्डियक अरेस्ट के चलते अपनी जान गवां चुके है। पिछले साल 29 अक्टूबर को साउथ के सुपरस्टार पुनीत राजकुमार की मौत भी हार्ट अटैक से हुई थी। उनकी उम्र भी महज 46 साल थी। एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला का निधन भी पिछले साल 2 सितंबर को हार्ट अटैक से ही हुआ था। 40 साल में हुई उनकी मौत ने भी हर किसी को हैरान कर दिया था। लोगों को यकीन नहीं हो रहा कि ऊपर से इतने फिट दिखने वाले लोगों को भी कार्डियक अरेस्ट आ सकता है। हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि फिट बॉडी होने का मतलब ये नहीं है कि आप का दिल भी पूरी तरह स्वस्थ है।

क्या होता है कार्डियक अरेस्ट?
कार्डियक अरेस्‍ट (cardiac arrest) का मतलब है अचानक दिल का काम करना बंद हो जाना। कार्डियक अरेस्‍ट (cardiac arrest) किसी लंबी या पुरानी बीमारी का हिस्‍सा नहीं है, इसलिए कार्डियक अरेस्‍ट (cardiac arrest) को दिल से जुड़ी बीमारियों में सबसे खतरनाक माना जाता है। लोग अकसर इसे दिल का दौरा पड़ना (heart attack) समझते हैं। जब कार्डियक अरेस्ट आता है तो धड़कने बढ़ कर 300-400 तक हो जाती हैं। वहीं, ब्लड प्रेशर नीचे की ओर गिरने लगता है और दिल के फंक्शन में अनियमितता आ जाती है। नतीजतन शरीर के अन्य हिस्सों में ब्लड की सप्लाई नहीं हो पाती है। जिसमें व्यक्ति की मौत हो जाती है।
हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट के लिए जिम्मेदार कारक
- सिगरेट पीना
- खराब कोलेस्ट्रॉल
- हाई ब्लड प्रेशर
- मधुमेह
- मानसिक और सामाजिक तनाव
- वर्क आउट नहीं करना
- ओबेसिटी यानी मोटापा
- सब्जी और फल बेहद कम खाना
- शराब पीना
कार्डियक अरेस्‍ट से बचने के लिए क्या करें?
- कार्डियक अरेस्‍ट से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि आप फिट रहें और स्वस्थ रहें।
- अच्छा भोजन लें, जो पौष्टिक हो। वहीं, वह कम कार्बोहाइड्रेट और कम कोलेस्ट्रॉल वाला हो।
- जंक और तैलीय खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें।
- मीठे खाद्य पदार्थों का सेवन भी कम से कम करें या न ही करें, तो बेहतर रहेगा, क्योंकि इनसे वजन बढ़ सकता है और हृदय रोगों के जोखिम को ये बढ़ा सकते हैं।
- शराब और धूम्रपान से दूरी बनाए, क्योंकि ये हृदय संबंधी परेशानियों को बढ़ाने का काम करते हैं।
- शारीरिक गतिविधि जितना हो सके, उतना करें।
कार्डियक अरेस्ट आने पर क्या करें?
अगर किसी व्यक्ति को कार्डियक अरेस्ट आता है तो तुरंत मरीज को सीपीआर देना चाहिए। सीपीआर देने के लिए आपको सर्वप्रथम मरीज की छाती पर 30 बार दबाव डालना होता है। इस दौरान अपने दोनों हाथों को एक साथ बांधें और व्यक्ति की छाती के बीच में रखें। इसके बाद छाती के केंद्र यानी बीच में जोर से तेज धक्का दें। धक्का देते समय यह ध्यान दें कि छाती लगभग एक इंच अंदर की तरफ जाए। वहीं, इसे आपको एक मिनट में 100 बार की दर से दबाना है। इस दौरान ध्यान रहे कि कंप्रेशन के बीच छाती को पूरी तरह से ऊपर उठने दें। आपको सीपीआर तब तक देते रहना है, जब तक आपके पास मेडिकल सहायता न पहुंच जाए।


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