Health Tips: मुंह की बदबू हमेशा के लिए दूर करता है ये पत्ते, जाने इस्तेमाल के तरीके

Update: 2024-07-21 15:03 GMT
Health Tips: मुंह से स्मेल आना को हैलिटोसिस भी कहा जाता है, एक आम समस्या है जो आपके लिए शर्मिंदगी का कारण बन सकती है। मुंह की बदबू के आम कारणों में नियमित रूप से दांतों को ब्रश नहीं करना बड़ा कारण है। खाने बाद जब कुल्ला, ब्रश या फ्लॉस नहीं करते हैं, तो खाने के कण और बैक्टीरिया आपके जीभ और दांतों पर जमा हो जाते हैं।मुंह में पर्याप्त लार नहीं बनने से मुंह सूख सकता है और इससे मुंह से दुर्गंध आ सकती है। कुछ खाद्य पदार्थ जैसे प्याज, लहसुन और कॉफी
अस्थायी
रूप से मुंह की दुर्गंध का कारण बन सकते हैं। स्मोकिंग और तंबाकू चबाना दोनों ही आपके मुंह को सुखा देते हैं और मुंह की दुर्गंध को बढ़ाते हैं। कभी-कभी एसिड रिफ्लक्स, post nasal drip या डायबिटीज जैसे रोग भी मुंह की बदबू की वजह बन सकते हैं।
मुंह से बदबू आने के नुकसान
मुंह की दुर्गंध के कारण आप दूसरों से बात करने या उनके करीब जाने में संकोच कर सकते हैं और आपका सेल्फ कॉन्फिडेंस कम हो सकता है। लंबे समय तक इस स्थिति से आपको पायरिया, मुंह में सड़न, कैविटी, पीला प्लैक जमना, मसूड़ों की समस्या आदि का खतरा हो सकता है। मुंह की दुर्गंध आपके दोस्तों, परिवार और पार्टनर के साथ रिश्तों में खटास पैदा कर सकती है।
मुंह की बदबू का इलाज
आयुर्वेद डॉक्टर दीक्षा भावसार के अनुसार, मुंह की दुर्गंध एक आम समस्या है जो कई कारणों से हो सकती है। आयुर्वेद में मुंह की दुर्गंध को दूर करने के कई प्राकृतिक उपाय बताए गए हैं। आइए जानें ऐसे ही 5 आसान नुस्खों के बारे में:
ऑयल पुलिंग
आयुर्वेद में ऑयल पुलिंग को "कवल" या "गंडूष" के नाम से जाना जाता है। इसमें मुंह में तेल भरकर कुछ देर के लिए घुमाया जाता है। यह क्रिया मसूड़ों और दांतों से कीटाणुओं को निकालने में मदद करती है। साथ ही मुंह के छालों को कम करने और मुंह की
मांसपेशियों
को मजबूत बनाने में भी फायदेमंद है। नियमित रूप से ऑयल पुलिंग करने से मुंह के बैक्टीरिया का संतुलन सही रहता है, जिससे दांतों की सड़न कम होती है, मुंह की दुर्गंध दूर होती है और मसूड़ों व दांतों के टिश्यू मजबूत बनते हैं।
पत्तों का काढ़ा या इलायची पानी से गरारे करना
आप मुंह की दुर्गंध को कम करने के लिए Guava के पत्तों का काढ़ा या इलायची का पानी इस्तेमाल कर सकते हैं। एक गिलास पानी में मुट्ठी भर गुआवा के पत्ते या 1 इलायची डालकर उबालें, जब पानी आधा रह जाए तो इससे दिन में दो बार गरारे करें। यह मसूड़ों की सूजन और मुंह के घावों को कम करने में मदद करता है, जो मुंह की दुर्गंध का कारण बनते हैं।
खाने के बाद सादे पानी से गरारे करना
खाने के बाद सादे पानी से गरारे करने से खाने के बचे हुए अंश मुंह से बाहर निकल जाते हैं और दांतों को नुकसान पहुंचाने वाले बैक्टीरिया पनप नहीं पाते।
कब्ज दूर करना
आयुर्वेद के अनुसार, कब्ज खराब पाचन का संकेत है और मुंह की दुर्गंध का एक मुख्य कारण भी हो सकता है। अगर आप कब्ज की समस्या से परेशान हैं तो कुछ आयुर्वेदिक उपाय आपके काम आ सकते हैं।
हाइड्रेशन
अपने मुंह और आंतों के स्वास्थ्य का ख्याल रखने का सबसे आसान और किफायती तरीका है पर्याप्त पानी पीना। पानी पीने से मुंह से खाने के कण और बैक्टीरिया बाहर निकल जाते हैं, जो मुख्य रूप से मुंह की दुर्गंध का कारण होते हैं।
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