Health Tips: पानी में मिलाकर पिएं ये फूल, मिलेंगे अनेक फायदे

Update: 2024-08-05 04:13 GMT
Health Tips हेल्थ टिप्स: सावन में भगवान भोलेनाथ की पूजा के लिए फूल चढ़ाना भी जरूरी होता है। खासतौर पर कुछ फूल भगवान शिव को बेहद प्रिय हैं। जिसमे चमेली और नीलकंठ का फूल खास महत्व रखते हैं। इन दो फूलों को चढ़ाने से शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन फूलों का महत्व केवल धार्मिक ही नही है बल्कि ये फूल आयुर्वेद में भी खास महत्व रखते हैं। इन फूलों को पानी में मिलाकर पीने से कई सारी
बीमारियों
में आराम मिलता है।
चमेली के फूल
चमेली के फूल को जैस्मीन भी कहते हैं। इन फूलों को भगवान शिव पसंद करते हैं। चमेली के फूल की चाय बनाकर पीने से Liver Cirrhosis जैसी बीमारी में दर्द से राहत मिलती है। वहीं चमेली के तेल को पानी में डालकर नहाने से स्किन से जुड़ी समस्याएं नहीं होती।
चमेली की चाय बनाने के लिए गर्म पानी में इसके फूल को डालकर दो से तीन मिनट के लिए ढंक दें। फिर इस चाय को पिएं।
आयुर्वेद के अनुसार चमेली के फूलों से बनी चाय पीने से डिप्रेशन और स्ट्रेस में राहत मिलती है।
साथ ही मन को स्थिर कर अनिद्रा दूर करता है।
चमेली के फूलों को पानी में उबालकर रख लें और शैंपू के बाद बालों को इस पानी से धोएं। ऐसा करने से बाल सिल्की और शाइनी बनते हैं।
अपराजिता का फूल
नीले रंग का अपराजिता का फूल भगवान शिव को प्रिय है। मान्यता है कि इस फूल को शिवलिंग पर चढ़ाने से Financially दिक्कतें दूर होती है। अपराजिता के फूल से बनी चाय को ब्लू टी के नाम से लोग जानते हैं। जिसका इस्तेमाल अनिद्रा, माइग्रेन और शरीर में होने वाले दर्द के लिए किया जाता है।
अपराजिता के फूलों को गर्म पानी में डालकर करीब 3-4 मिनट के लिए ढंक दे।
जब फूल का रंग पानी में उतर जाए तो इस चाए को पिएं। इस चाय को पीने से सिर दर्द और माइग्रेन की दिक्कत दूर होती है। साथ ही डाइजेशन भी इंप्रूव होता है।
जिन लोगों को स्ट्रेस रहता है और उन्हें ब्लू टी पीनी चाहिए। ये अनिद्रा को दूर भगाती है।
इस चाय को पीने से डायबिटीज कंट्रोल होता है और साथ ही मेमोरी बूस्ट होती है।
ब्लू टी पीने से इम्यूनिटी बढ़ती है और आंखों की सेहत सही रहती है। वहीं वेट लॉस से लेकर स्किन के लिए भी ये चाय फायदेमंद होती है।
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