Health Tips: आयुर्वेद चिकित्सक ने बताया कि गर्मी के दिनों में बढ़ते तापमान के कारण हवा में नमी बढ़ जाती है. इस वजह से नाक में सूखापन आ जाता है, जिस वजह से कई बार नसें फट कर घाव बना देती हैं.इस वजह से नाक से ब्लड भी निकलने लगता है. इस समस्या से राहत पाने के लिए पलाश के फूल बेहद उपयोगी माने जाते हैं. इसके फूलों का रस 1 से 2 बूंद नाक में डालने से ब्लड बहना बंद हो जाता है.
पलाश का वैज्ञानिक नाम है. इसके पुष्प बेहद आकर्षक होते हैं जिस वजह से इसे जंगल की आग के नाम से भी जाना जाता है. यह उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश का राजकीय पुष्प भी घोषित हो चुका है. वहीं दूसरी तरफ भारतीय डाकघर ने भी इसे अपनी डाक में प्रकाशित कर इसका सम्मान किया है. Butea monosperma
इस फूल में बहुत से औषधीय गुण पाए जाते हैं. इसमें एन्टीप्रम प्रोपर्टी होती है, जो कि पेट के कीड़े को मारने के लिए काफी उपयोगी है. छोटे बच्चों के पेट में कीड़े हो जाने पर ये फूल बेहद फायदेमंद हैं.पलाश का फूल डायबिटीज से लेकर महिलाओं में ल्यूकोरिया, एसटीडी रोग के उपचार में भी कारगर है. स्किन प्रॉब्लम और एग्जिमा के इलाज के लिए इस पेड़ के बीज का चूर्ण बनाकर सेवन करने से काफी फायदा मिलता है.