Health: रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का सस्ता और प्राकृतिक तरीका

Update: 2024-11-17 01:57 GMT
Health: गिलोय की पत्तियों को पानी में उबालकर पीने से इम्यूनिटी बढ़ाई जा सकती है। कुछ लोग तो इसकी पत्तियों को दूसरों फलों के साथ जूस में मिलाकर पीते हैं। गिलोय की पत्तियां पान के पत्ते की तरह होती हैं। इसकी पत्त‍ियों में कैल्शि‍यम, प्रोटीन, फॉस्फोरस पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा इसके तनों में स्टार्च की भी अच्छी मात्रा होती है। ये एक बेहतरीन पावर ड्रिंक है, जो इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के साथ-साथ कई खतरनाक बीमारियों से सुरक्षा करता है।
आप उबले पानी या जूस के अलावा काढ़ा, चाय या कॉफी में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
इन बीमारियों से मिलती है राहत
पीलिया के मरीजों के लिए भी गिलोय के पत्ते को फायदेमंद माना जाता है। कुछ लोग इसे चूर्ण के रूप में लेते हैं तो कुछ इसकी पत्त‍ियों को पानी में उबालकर पीते हैं। अगर आप चाहें तो गिलोय की पत्त‍ियों को पीसकर शहद के साथ मिलाकर भी ले सकते हैं।
हाथ-पैरों में जलन या स्किन एलेर्जी से परेशान लोग भी इसे डाइट में
शामिल कर
सकते हैं। ऐसे लोगों के लिए गिलोय बहुत फायदेमंद है। गिलोय की पत्त‍ियों को पीसकर उसका पेस्ट तैयार कर लें और उसे सुबह-शाम पैरों पर और हथेलियों पर लगाएं।
पेट से जुड़ी कई बीमारियों में गिलोय का इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है। इससे कब्ज और गैस की प्रॉब्लम नहीं होती है और पाचन क्रिया भी दुरुस्त रहती है।
बहुत पुरानी खांसी के इलाज के लिए गिलोय रस का सेवन किया जाता है। दो चम्मच गिलोय का रस हर रोज सुबह लेने से खांसी से काफी राहत मिलती है। यह उपाय तब तक आजमाए जब तक खांसी पूरी तरह ठीक ना हो जाए |
Tags:    

Similar News

-->