, पपीता शेक, बनाना शेक, मैंगो शेक से लेकर और भी कई तरह के फ्रूट शेक की डिमांड गर्मियों में बढ़ जाती है. क्योंकि हम सभी फ्रूट शेक पीना पसंद करते हैं। तपती गर्मी में अपने पसंदीदा शेक का एक घूंट पीते ही हमें अपार खुशी और ताजगी मिलती है। शेक बनाने के लिए फल, चीनी, दूध और आइसक्रीम का इस्तेमाल किया जाता है. इनमें चीनी के अलावा सब कुछ हेल्दी है। यानी आइसक्रीम में शामिल चीनी की गिनती भी न करें। लेकिन जो शेक आप उसे हेल्दी समझकर पीते हैं, अपने परिवार को खिलाएं और अपने बच्चों को पिलाएं, असल में वह हेल्दी नहीं है। ऐसा क्यों है, यहां जानिए...
फ्रूट शेक क्यों नहीं पीना चाहिए?
फ्रूट शेक बनाते समय फ्रूट-दूध और चीनी तीन चीजों का इस्तेमाल किया जाता है। फल और दूध सेहत के लिए बहुत अच्छे होते हैं वहीं चीनी भी एक सीमा तक सेहत के लिए बेहद जरूरी है। लेकिन जब आप फलों और दूध को एक साथ मिलाकर फ्रूट शेक तैयार करते हैं तो यह शरीर के लिए हेल्दी नहीं रहता है। बल्कि यह अस्वास्थ्यकर हो जाता है और पाचन संबंधी समस्याओं का कारण बनता है। अगर आप डेली डाइट में फ्रूट शेक पीते हैं तो आपको स्किन प्रॉब्लम्स, हेयर फॉल और डाइजेशन प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़ सकता है।
फ्रूट शेक अस्वस्थ क्यों हो जाता है?
आयुर्वेद के अनुसार फल और दूध कभी भी एक साथ नहीं लेना चाहिए। क्योंकि हर फल में कम या ज्यादा मात्रा में साइट्रिक एसिड जरूर होता है, जो दूध में मिलाने पर प्रतिक्रिया करता है, जिससे स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। यह समस्या आम और केले के साथ भी है। हमारे समाज में यह गलत धारणा है कि केला खाकर दूध पीने से मसल्स बनते हैं। यह सच है कि इन फलों के बाद दूध पीने से मांसपेशियां बनती हैं, लेकिन इन फलों के साथ दूध पीने से शरीर को नुकसान पहुंचता है।
फल खाने के कितनी देर बाद दूध पियें?
आप केला और आम जैसे फल खाने के आधे से एक घंटे बाद दूध पी सकते हैं। हालांकि, इस समय को बढ़ाकर दो घंटे कर दें तो बेहतर होगा। लेकिन अगर ऐसा संभव न हो तो कम से कम आधे घंटे का गैप जरूर रखें। जब आप इस तरह से फल और दूध का सेवन करेंगे तो आपकी सेहत को फायदा ही मिलेगा। चर्म रोग, बाल झड़ना और पेट संबंधित समस्या नहीं पनपेगी।