लॉकडाउन के अनलॉक होने पर फिर जा रहे हैं दफ्तर, तो ये बातें ध्यान रखना जरुरी
कोरोनावायरस की दूसरी लहर का कहर फिलहाल थम चुका है, और ऐसे में स्थिति कुछ हद तक सामान्य होती दिख
कोरोनावायरस की दूसरी लहर का कहर फिलहाल थम चुका है, और ऐसे में स्थिति कुछ हद तक सामान्य होती दिख रही है। मेट्रो से लेकर सरकारी और प्राइवेट दफ्तर खुल चुके हैं। लंबे लॉकडाउन के बाद कोरोना की रफ्तार को बेशक धीमा किया गया है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। देश में अभी भी कोरोना के 65 हज़ार से ऊपर रोज़ मामले सामने आ रहे हैं, इसलिए काम पर जा रहे हैं तो थोड़ा सतर्क होकर जाइये।
जब तक इस वायरस का पूरी तरह खात्मा नहीं हो जाए तब तक हमें इस वायरस के साथ जीने की आदत डालनी होगी। हमें अपनी डेली रूटीन ऐसे प्लान करना होगी कि हम सुरक्षित तरीके से ऑफिस और सार्वजनिक जगहों पर जा सके। कोरोना से बचने के लिए आपको अपना बैग थोड़ा भारी करना होगा, ताकि आप अपनी जरूरत के लिए ऑफिस के सामान पर निर्भर नहीं रह सकें। याद रखें कोरोना से आपको डरना नहीं है, सिर्फ अपना बचाव करना है। इस दौर में अगर आप ऑफिस जा रहे हैं तो ये सावधानियां जरूर बरतें।
दफ्तरों में थर्मल स्कैनिंग अनिवार्य है, साथ ही ऑफिस को सैनिटाइज भी रोज किया जाता है फिर भी आपके लिए अपना बचाव करना जरूरी है। आप ऑफिस में हमेशा मास्क का इस्तेमाल करें। दोस्तों के साथ बात-चीत के दौरान भी मास्क को मुहं से नहीं निकालें।
अपने साथ हैंड सैनिटाइजर या पेपर सोप जरूर रखें। लंच घर से लेकर जाएं बाहर खाने की आदत बदलें, पानी की बोतल और जरूरी दवाएं साथ रखें।
लैपटॉप और मोबाइल रखने से पहले डेस्क को साफ कर लें।
अपना ज्यादातर सामान जिप लॉप पाउच में रखें, ताकि आपकी चीजें वायरस की चपेट में नहीं आएं।
ऑफिस में स्टेशनरी के सामान को किसी के साथ शेयर नहीं करें।
रोजमर्रा में काम आने वाली चीजें जैसे इयरफोन, चार्जर, पॉवर बैंक और लैपटॉप का चार्जर अपने साथ रखें।
ऑफिस में चाय और कॉफी पीने की आदत है तो अपने साथ घर से ही टी बैग्स वगैरह लेकर निकलें।
अपने साथ लोशन या मॉश्चुराइजर साथ रखें। सैनिटाइजर के ज्यादा इस्तेमाल से हाथ रुखे पड़ने लगते हैं, तो आप मॉश्चुराइजर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
सहकर्मियों से 6 फीट की दूरी बनाकर रखें।
रास्ते में इन बातों का रखें ध्यान:
रास्ते में अपना फेस मास्क न उतारें।
रास्ते में कुछ खरीदने के लिए नहीं रुकें, ज्यादा जरूरत महसूस होने पर ही खरीदारी करें।
कार या स्कूटर के जिन हिस्सों पर लोगों के हाथ सबसे ज्यादा लगने की संभावना है, उन्हें छूने से पहले सैनिटाइज करें।
संभव हो तो लिफ्ट का इस्तेमाल न करें और अगर करें भी तो लिफ्ट के बटन को हाथ न लगाएं।
डिस्क्लेमर: स्टोरी में दिए गए सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें।