जरूरत से ज्यादा खा लेना
कभी-कभी खाने के बाद थकान महसूस करने का संबंध आपने जो खाया इसके बजाय आपने कितना खाया से होता है। आपने जितना ज्यादा भोजन किया होगा, उसे तोड़ने के लिए उतनी ही ज्यादा एनर्जी की जरूरत पड़ेगी। सारी ऊर्जा खर्च होने से थकान हो सकती है, इसलिए पोर्शन साइज कम करें और भोजन के बीच में भूख लगने पर हाई प्रोटीन स्नैक्स खाने की आदत डालें।
ज्यादा मात्रा में फैट और कार्ब
यदि आपके भोजन में फैट और काब्र्स ज्यादा हैं, तो ये आपको सुस्त बना देंगे। छोटी आंत से निकलने वाले हार्मोन कोलेसिस्टोकिनिन को यहां जिम्मेदार माना जाता है। मान लीजिए हाई फैट और कैलोरी से भरपूर एक टुकड़ा पनीर पिज्जा का खाया, तो सीसीके रिलीज होता है । कुछ शोधों के अनुसार, हाई फैट वाला भोजन खाने के बाद सीसीके में वृद्धि और कुछ घंटों बाद नींद आने के बीच एक संबंध है।
शराब का सेवन करना
अगर आप शराब पीते हैं, तो भोजन के बाद आपको सुस्ती आ सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार, शराब हमारे केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को दबा देती है, जिससे हमें नींद आती है। हालांकि यह प्रभाव ज्यादा समय तक नहीं रहता। लेकिन सोने के समय के करीब शराब पीने से स्लीपिंग साइकिल डिस्टर्ब जरूर हो जाती है। यदि आप नियमित रूप से ऊर्जा का स्तर गिरता देखते हैं, तो इससे पूरी तरह से परहेज करें।
हार्मोनल असंतुलन की समस्या यदि आप खाने के बाद लगातार थके हुए हैं, तो आपको इस बारे में अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए कि क्या कोई अंतनिर्हित स्थिति आपके लक्षणों को उत्तेजित कर रही है। इसके अलावा हार्मोनल असंतुलन, इंसुलिन संवेदनशीलता, एनीमिया जैसी अंतनिर्हित स्थितियां भी भोजन के बाद थकावट या नींद आने के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं
अधिक मात्रा में ट्रिप्टोफैन का सेवन
जब ट्रिप्टोफैन युक्त खाद्य पदार्थ भोजन में बड़ी मात्रा में खाए जाते हैं, खासतौर से कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों के साथ , तो आप देखेंगे कि खाने के कुछ घंटे बाद ही आप थका हुआ महसूस करेंगे। बता दें कि ट्रिप्टोफैन अक्सर चॉकेलट, दूध्र ब्रेड, चिकन, मूंगफली और जई में पाया जाता है। दरअसल, अमीनो एसिड आपके शरीर के रिलेक्सेशन हार्मोन सेरोटोनिन और मेलाटोनिन बनाने में मदद करता है। इस वजह से अनिद्रा जैसे नींद संबंधी विकारों के इलाज के रूप में इसे लेने की सलाह दी जाती है। ऐसे अन्य कई कारण हैं, जिनसे आप भोजन के बाद दिन के किसी भी समय थकान महसूस कर सकते हैं, इसलिए अगर आपको लगे कि आप थके हुए हैं, तो इस संबंध में अपने डॉक्टर से बात करें।