मोटापा हो या डायबिटीज दोनों को कंट्रोल करने के लिए इन टिप्स को करे फॉलो
बढ़ता मोटापा हो या फिर डायबिटीज, दोनों ही ऐसी लाइफस्टाइल डिजीज हैं जिनसे आज ज्यादातर लोग परेशान हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | बढ़ता मोटापा हो या फिर डायबिटीज, दोनों ही ऐसी लाइफस्टाइल डिजीज हैं जिनसे आज ज्यादातर लोग परेशान हैं। अगर आप भी ऐसी ही किसी समस्या से परेशान हैं तो अपनी डाइट में जौ को शामिल करना शुरू कर दें। जौ में विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैगनीज, सेलेनियम, जिंक, कॉपर, प्रोटीन, अमीनो एसिड, डायट्री फाइबर्स और कई तरह के एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। जौ का सेवन करने से पाचन बेहतर होने के साथ वजन घटाने तक में मदद मिलती है। आइए जानते हैं जौ को डाइट में शामिल करने से सेहत को मिलते हैं कौन से गजब के फायदे।
मोटापा करें कंट्रोल-
बढ़ते वजन को कम करने की इच्छा रखने वाले लोग जौ को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। जौ में बीटा-ग्लूकेन, रेजिस्टेंट स्टार्च, टोकोल्स, डायट्री फाइबर, पॉलीफिनोल्स, पॉलीसैकराइड और फाइटोस्टेरोल्स पाए जाते हैं। इन सभी तत्वों की मौजूदगी की वजह से जौ के गुण में एंटीओबेसिटी (Anti-obesity) प्रभाव पाया जाता है।
यूरीन से जुड़ी समस्या-
अगर आपको यूरीन से जुड़ी कोई समस्या है तो जौ का पानी आपके लिए बहुत फायदेमंद होगा। इसके अलावा किडनी से जुड़ी ज्यादातर समस्याओं में जौ का पानी बहुत कारगर होता है।
कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम-
ब्लड कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने के लिए भी जौ का पानी बहुत फायदेमंद होता है। कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होने की वजह से दिल से जुड़ी कई तरह की समस्याएं होने का खतरा कम हो जाता है। इससे दिल भी स्वस्थ रहता है्।
चेहरे पर निखार-
जौ का पानी पीने से शरीर के भीतर मौजूद विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। जिससे इम्यून सिस्टम बेहतर बनने के साथ चेहरे पर निखार भी आता है।
कब्ज से राहत-
शोध में यह माना गया है कि फर्मेंटेड जौ के अर्क में लैक्सेटिव (कब्ज से राहत दिलाने वाला) प्रभाव पाया जाता है। जौ में मौजूद बीटा-ग्लूकेन और ब्यूटेरिक एसिड इस जौ के गुण के लिए अहम माने जाते हैं।