फैटी लीवर की समस्या से छुटकारा पाने के लिए अपनाएं ये 7 घरेलू नुस्खे
लीवर को 'यकृत' और 'जिगर' के नाम से भी जाना जाता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | लीवर को 'यकृत' और 'जिगर' के नाम से भी जाना जाता है। स्पंज जैसा नाजुक शरीर का यह अंग अगर खराब हो जाए तो पूरे शरीर की सेहत पर असर डालता है। लीवर की बीमारी का अगर समय पर इलाज ना हो तो यह गंभीर समस्या भी बन सकती है। लीवर की कई बीमारियों में से एक है फैटी लिवर जिसे 'हेप्टिक स्टेटोसिस' भी कहा जाता है। इस कंडीशन में लीवर में ज्यादा फैट जमा हो जाता है, जिससे लीवर को सही तरह से काम करने में परेशानी होने लगती है और शरीर के लिए जरूरी पित्त रस, इंसुलिन बनने का प्रॉसेस धीमा हो जाता है। कुछ गंभीर मामलों में लीवर पर हमेशा के लिए स्कार लग सकता है और धीरे-धीरे लीवर फेल भी हो सकता है। ये एक जानलेवा स्थिति होती है जिसे 'लीवर सिरोसिस' के नाम से जाना जाता है।
अगर समय रहते लीवर से जुड़ी बीमारियों के बारे में पता चल जाए तो इसे घरेलू नुस्खे से भी ठीक किया जा सकता है। आज हम आपको बताएं कुछ आसान घरेलू नुस्खे जिन्हें अपनाकर आप फैटी लीवर की समस्या को ठीक कर सकते हैं।
फैटी लीवर की समस्या से छुटकारा पाने के लिए अपनाएं ये 7 घरेलू नुस्खे
एप्पल साइडर विनेगर
एप्पल साइडर विनेगर लीवर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल देता है। ये लीवर को स्वस्थ बनाने में मदद करता है। एक कप गुनगुने पानी में एक चम्मच एप्पल साइडर विनेगर डालकर रोज सुबह पिएं। इससे आपको फायदा मिल सकता है।
पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट है नींबू
फैटी लीवर के इलाज के लिए आप नींबू का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। नींबू, विटामिन सी से भरपूर होता है जो की एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट है और यह लीवर की कोशिकाओं को रेडिकल डैमेज से रोक सकता है। एक कप पानी में आधा नींबू निचोड़ें और एक चम्मच शहद डालकर रोज सुबह पिएं।
लीवर कोशिकाओं को सुरक्षित रखता है हल्दी
हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है जो कि नॉन-एल्कोहोलिक फैटी लीवर डिजीज की स्थिति में लीवर की कोशिकाओं को सुरक्षित रख सकता है। एक गिलास पानी लें और उसे उबालने के लिए रख दें। अब इसमें एक चुटकी हल्दी डालें। आप चाहें तो इसमें नींबू का रस भी डाल सकते हैं। मिक्स करके रोज सुबह इस गुनगुने पानी का सेवन करें।
आंवला में पाया जाता है फाइटोकेमिकल
आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है जो लीवर को साफ रखने और आगे किसी भी तरह के नुकसान से बचाने में मदद करता है। आंवले में क्यूरसेटिन नामक फाइटोकेमिकल होता है जो लिवर कोशिकाओं के ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम कर सकता है। मध्यम आकार के दो से तीन आंवला लें और उन्हें छोटे टुकड़ों में काटकर बीज अलग कर दें। अब इसमें थोड़ा-सा पानी डालकर ब्लेंड कर जूस निकाल लें। इस जूस को एक गिलास गर्म पानी में डालकर पिएं।
दालचीनी है असरदार
फैटी लीवर के लिए दालचीनी सबसे असरदार दवा है। इसके सूजन-रोधी गुण ज्यादा शराब के कारण लीवर में आई सूजन को कम करते हैं। एक गिलास पानी में दालचीनी की दो से तीन स्टिक डालकर पानी को उबाल लें। दो से तीन मिनट के बाद पानी को छानकर रोज सुबह पिएं। इससे आपको काफी आराम मिल सकता है।
फैटी लिवर का घरेलू इलाज है अलसी
अलसी ना सिर्फ पाचन के लिए बेहतर होती हैं बल्कि फैटी लीवर से भी बचाती है। अलसी कोशिकाओं पर पड़ रहे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम कर लीवर को हुए नुकसान को घटाती है। आप अलसी को पाउडर के रूप में ले सकते हैं। पानी या सलाद पर भी अलसी का पाउडर डालकर खा सकते हैं।
डैंडलियोन टी
एक कप पानी में चार से पांच डैंडलियोन के फूलों को एक से दो मिनट तक उबालें। अब इस पानी को छानकर पी लें। डैंडलियोन में पॉवरफुल बायोएक्टिव यौगिक होते हैं जो शरीर में कोलेस्ट्रोल के लेवल को कम कर सकते हैं, जिससे आपका लावर स्वस्थ बना रहता है।