पटाखों से खराब हो जाएगी आंखों की रोशनी, बचने के लिए अपना लें ये तरीके
दिवाली पर पटाखे चलाने का चलन है. खासकर बच्चे पटाखे चलाने को लेकर बहुत उत्साहित रहते हैं. पटाखे से फैलने वाला प्रदूषण आंखों की रोशनी को नुकसान पहुंचा सकता है.
दिवाली पर पटाखे चलाने का चलन है. खासकर बच्चे पटाखे चलाने को लेकर बहुत उत्साहित रहते हैं. पटाखे से फैलने वाला प्रदूषण आंखों की रोशनी को नुकसान पहुंचा सकता है. साथ ही पटाखों में भरा जाने वाला रोगन भी आंखों में दिक्कत पैदा कर सकता है. कई बार देखा जाता है कि पटाखे चलाने पर चिंगारी आंखों तक पहुंच जाती है. ऐसे में पटाखों से होने वाले नुकसान से बचने के लिए कुछ तरीके अपना सकते हैं. आइए जानते हैं कि पटाखे चलाते हुए कैसे आंखों की देखभाल कर सकते हैं.
ऐसे नुकसान पहुंचाता है प्रदूषण
पटाखों का प्रदूषण आंखों को नुकसान पहुंचाता है. इसकी वजह से आंखों में जलन, खुजली और लालपन की दिक्कत होने लगती है. पटाखे को बनाने में खतरनाक केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है इनसे आंखों की रोशनी तक जा सकती है. पटाखों से फैलने वाला प्रदूषण आंख के साथ ही फेफड़ों और हार्ट को भी नुकसान पहुंचाता है.
इन बातों का रखें ध्यान
आंखों को बचाने के लिए चश्मे पहनकर पटाखे चलाएं. इसके लिए ट्रांसपेरेंट चश्में लगाएं.
अगर बच्चे पटाखे चला रहे हों तो उनके साथ में किसी का होना साथ होना जरूरी है. खाली जगह पर ही पटाखे चलाएं.
छोटी चीजों से पटाखे चलाते हुए आग लग जाती है, इसलिए लंबी डंडी वाली चीजों से पटाखे जलाएं जिससे पटाखा चलने से पहले ही दूर हो सकें.
अनार या चकरी चलाते वक्त ज्यादा सावधानी रखने की जरूरत है क्योंकि ये पटाखे देखने में सुंदर लगते हैं लेकिन कभी-कभी जोर से फट जाते हैं.
ऐसे करें आंखों की देखभाल
आंखों को सेफ रखने के लिए पटाखों के हाथों को आंखों से न लगाएं. पटाखे चलाकर हाथ धो लें.
अगर ऐसा लगे कि पटाखे के केमिकल की वजह से आंखें जलन कर रही हैं तो आंखों को रगड़ने और खुजाने के बजाय ठंडे पानी से धो लें.
अगर आतिशबाजी करने के बाद सोने जा रहे हैं तो आंखों को साफ करने वाला ड्रॉप डालकर सोएं जिससे आंखें साफ हो जाएंगी.