Life Style : दिनभर से थकान और होते हैं मूड स्विंग्स शरीर में प्रोटीन की कमी
Life Style : स्वस्थ शरीर के लिए एक अच्छी डाइट और स्वस्थ जीवनशैली सबसे महत्वपूर्ण है। एक अच्छी डाइट तभी पूरी होती है, जब उसमें पर्याप्त मात्रा में सभी पोषक तत्व मौजूद हों। किसी एक भी पोषक तत्व की कमी शरीर को संकेत भेजना शुरू कर देती है। इनमें प्रोटीन का बहुत महत्व है। प्रोटीन शरीर को ताकत देती है, मांसपेशियों के रिकवरी और निर्माण में सहायक होती है और शरीर की अन्य महत्वपूर्ण क्रियाओं में भागीदार होती है। इसलिए प्रोटीन की कमी के संकेत को समझना बहुत जरूरी होता है, वरना इससे सामान्य दिनचर्या को भी प्रभावित कर सकती है। आइए जानते हैं प्रोटीन की कमी होने पर नजर आने वाले 7 संकेत मूड स्विंग
प्रोटीन ढेर सारे अमीनो एसिड से मिलकर बनते हैं। कोशिकाओं के बीच में इन्फॉर्मेशन साझा करने वाले केमिकल जो कि ब्रेन में मौजूद होते हैं, वे अमीनो एसिड के बने हुए होते हैं। अगर प्रोटीन की कमी होती है, तो मूड स्विंग्स होने लगते हैं। भूख
प्रोटीन प्रतिदिन की डाइट का मुख्य हिस्सा है। यह शरीर को एनर्जी देता है, लेकिन इसकी कमी होने से पेट भरा हुआ महसूस नहीं होता है। इसके कारण क्रेविंग होती है, अनावश्यक भूख बढ़ती है और फिर ओवर ईटिंग करने के कारण वजन बढ़ जाता है।
कमजोर इम्यून सिस्टम
इम्यून सिस्टम को बूस्ट Boosts the immune system करने में प्रोटीन का बहुत महत्व है। अगर आए दिन आप बीमार पड़ जाते हैं, तो संभव है कि आपके शरीर में प्रोटीन की कमी है।
कार्ब्स और शुगर की क्रेविंग
कार्ब्स और शुगर की तुलना में प्रोटीन को पचने में समय लगता है। कार्ब्स और शुगर खाने के तुरंत बाद शुगर स्पाइक भी कर देते हैं। वहीं, प्रोटीन देर तक पचने के कारण न तो शुगर स्पाइक करता है और न ही भूख का एहसास कराता है।
फोकस में कमी
फोकस करने में कमी महसूस होती है, सोचते समय धुंधलापन Blurring नजर आता है, तो संभव है कि नींद की कमी और स्ट्रेस के साथ ऐसा डाइट में प्रोटीन की कमी के कारण भी हो रहा हो।
घाव भरने में देरी
घाव भरने में प्रोटीन Proteins in wound healing का बहुत महत्व है। इसकी कमी होने का मतलब है कि प्रोटीन घाव को भरने के लिए कॉलेजन का निर्माण नहीं कर पा रहा है, जिसके कारण कोई भी घाव को भरने और सूखने में समय लग सकता है।