कुदरत की दी इनायत हैं आँखें, रखें इनका ध्यान, इन घरेलू उपायों से बढ़ाए नेत्र ज्योति

इन घरेलू उपायों से बढ़ाए नेत्र ज्योति

Update: 2023-07-29 07:48 GMT
दुनिया की सुंदरता को हम केवल आंखों से ही जान सकते हैं, इसलिए आंखें हमारे लिए बहुत ही अनमोल होती हैं। कुछ लोगों में आंखों की कम रोशनी होने की समस्या होती है। जिससे उन्‍हें स्‍पष्‍ट या दूर की चीजों को देखने में दिक्‍कत हो सकती है। नजर कमजोर होने पर क्या करें? ये सवाल बहुत से लोग पूछते हैं। ऐसे में अक्सर लोग विटामिन ए और डाइट को सही करने की सलाह देते हैं। लेकिन आज हम आपको कुछ आयुर्वेदिक उपायों के बारे में बताएंगे जो कि आंखों को रोशनी बढ़ाने में मददगार है। दरअसल, आयुर्वेद की मानें तो आज कल की खराब डाइट और तनावपूर्ण लाइफस्टाइल ऑक्सीडेटिव तनाव को बढ़ा रहा है जो कि आंखों के सेल्स को नुकसान पहुंचाता है और आंखों की समस्याओं को बढ़ाता है। आंखों की रोशनी बढ़ाने के कुछ प्रभावी घरेलू उपाय भी मौजूद हैं। जानिए कुछ आसान घरेलू उपाय जो आंखों की रोशनी बढ़ाने में आपकी सहायता करेंगे।
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए त्रिफला
त्रिफला एक शक्तिशाली हर्बल फार्मूला है जिसमें तीन फल होते हैं - आंवला, बिभीतकी और हरीतकी । प्रत्येक फल शरीर के तीन दोषों को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने के लिए जाना जाता है। त्रिफला में मजबूत औषधीय गुण होते हैं और इसका व्यापक रूप से आयुर्वेदिक दवाओं में शरीर में विषाक्तता के स्तर को कम करने के लिए उपयोग किया जाता है। रोजाना त्रिफला का पानी पीना आंखों की सूजन, लालिमा और खिंचाव जैसी समस्याओं को कम कर सकता है। इसके अलावा, त्रिफला विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है, जो आंखों को ऑक्सीडेटिव तनाव से जुड़े नुकसान से बचा सकता है और आंखों की रोशनी बढ़ा सकता है।
कैलेंडुला का उपयोग कई समस्याओं जैसे माँसपेशियों में ऐंठन, बुखार, सूजन, पैर के अल्सर आदि के उपचार में किया जाता है। लेकिन यह आंखों की विभिन्न समस्याओं के प्रबंधन के लिए एक शक्तिशाली हर्बल उपचार भी है। इसका एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों एलर्जी, सामान्य आंखों में जलन, आंखों की मामूली चोट और आंख की रेडनेस या सूजन को दूर कर सकता है। इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है बस आपको कैलेंडुला के अर्क को अपने चाय में मिला कर इसका सेवन करना है।
सौंफ और बादाम का सेवन करें
सौंफ और बादाम का उपयोग अक्सर आंखों के स्वास्थ्य के लिए विभिन्न आयुर्वेदिक दवाओं के अवयवों के रूप में किया जाता है। दरअसल, सौंफ और बादाम में ओमेगा-3 भी होता है जो कि एक ऐसा पोषक तत्व है जो कि कमजोर नजर को ठीक करने में मदद करता है। इसके लिए सौंफ और बादाम को रात को भिगो कर रख दें और सुबह इसका सेवन करें। ये आपकी आंखों की रोशनी तेज करने में मदद करेगा।
जिन्कगो बिलोबा का इस्तेमाल करें
जिन्कगो बिलोबा एक जड़ी बूटी है जो चीन के कई हिस्सों में पाई जाती है और माना जाता है कि यह आंखों की रोशनी में सुधार करने के अत्यधिक प्रभावी आयुर्वेदिक तरीकों में से एक है। कहा जाता है कि इस जड़ी बूटी में कई गुण होते हैं जो आंखों के स्वास्थ्य, स्मृति और मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसके लिए आप जिन्कगो बिलोबा की पत्तियों का सेवन कर सकते हैं। इसके तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये ग्लूकोमा और मैकुलर डिजनरेशन जैसे लक्षणों में कमी लाते हैं और रेटिनोपैथी के इलाज में भी मदद करते हैं। इसके लिए एक कप गर्म दूध में दो चम्मच या दस ग्राम चूर्ण मिलाकर सोने से पहले या सुबह खाली पेट पीएं।
शकरकंद
मीठे आलूओं का नियमित सेवन आपकी आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद कर सकता है। शकरकंद में दो एंटीऑक्सीडेंट्स ल्यूटेन और जीजेनथिन मौजूद होते हैं। इसलिए शकरकंद में पर्याप्‍त मात्रा में एंटीऑक्‍सीडेंट होते हैं जो आंखों की सूजन और विषाक्‍त पदार्थों को दूर करने में मदद करते हैं। इसके अलावा यह आंखों की रोशनी बढ़ाने में भी प्रभावी योगदान देते हैं। इसके लाभ प्राप्त करने के लिए आप शकरकंद को उबाल कर सेवन कर सकते हैं।
पालक
आप अपनी आंखों को स्‍वस्‍थ्‍य रखने और आंखों की द्रष्टि को बढ़ाने के लिए पालक का सेवन कर सकते हैं। पालक में विटामिन E, A, B, और C की अच्‍छी मात्रा होती है। इसके अलावा पालक में आयरन और जस्‍ता जैसे खनिज पदार्थ के अलावा ल्यूटेन और जीजेनथिन जैसे फाइटोन्‍यूट्रिएंट्स की अच्‍छी मात्रा होती है। अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण पालक हमारी आंखों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करती है। नियमित रूप से दैनिक आहार में पालक को शामिल कर मैकुलर अपघटन और मोतियाबिंद आदि समस्‍याओं को रोका जा सकता है।
आप अपनी आंखों के स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए पालक को अपने भोजन में शामिल करने के साथ ही सलाद के रूप में भी इसका सेवन कर सकते हैं। पालक आंखों की रोशनी बढ़ाने के सबसे अच्‍छे घरेलू उपायो में से एक है।
बीन्स व फली
बीन्‍स और फलियों में जस्‍ता की उच्‍च मात्रा होती है। इसके अलावा इनमें बायोफ्लावोनॉयड्स की भी अच्‍छी मात्रा मौजूद होती है जो आंखों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करती हैं। इन खाद्य पदार्थो का नियमित सेवन करने से यह हमारी आंखों में रेटिना की रक्षा होती है और मोतियाबिंद की संभावना कम होती है। आप भी अपनी आंखों को स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में दाल, राजमा, चने, हरी मटर और अंकुरित अनाजों का सेवन कर लाभ प्राप्‍त कर सकते हैं।
अंडा
आपकी आंखों की रोशनी बढ़ाने का सबसे अच्‍छा तरीका अंडों का सेवन हो सकता है। इसके अलावा अंडे आपके स्‍वास्‍थ्‍य को बढ़ावा देने और ऊर्जा बढ़ाने में भी मदद कर सकते हैं। अंडे में आवश्‍यक अमीनो एसिड और पानी में घुलनशील और अघुलनशील विटामिनों की अच्‍छी मात्रा होती है। इसके अलावा अंडे की जर्दी में ल्यूटेन और जीजेनथिन की भी अच्‍छी मात्रा होती है। ये अंडे की जर्दी को पीला रंग प्रदान करते हैं। आप अपनी आंखों को स्‍वस्‍थ्‍य रखने के लिए प्रतिदिन 1 से 2 अंडों का नियमित उपयोग कर सकते हैं। उबला हुआ अंड़ा आंखों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। आप अपने स्वाद और रूचि के अनुसार इसे अन्‍य उत्‍पादों के साथ मिलाकर उपयोग कर सकते हैं।
खट्टे खाद्य फल
आंखों की रोशनी कम होने के का एक कारण शरीर में उच्‍च चयापचय दर है जिससे शरीर में विषाक्‍त पदार्थ भी उत्पन्न होने लगते हैं। ये विषाक्‍त पदार्थ आंखों की रोशनी को कम कर सकते हैं। इन विषाक्‍त पदार्थों को दूर करने के लिए अधिक मात्रा में एंटीऑक्‍सीडेंट की आवश्यकता होती है। संतरा, नींबू और इसी तरह के सभी खट्टे खाद्य फलों में विटामिन सी की उच्‍च मात्रा होती है। विटामिन सी हमारे शरीर को जरूरी एंटीऑक्‍सीडेंट प्रदान करता है। यह हमारे शरीर से विषाक्‍त पदार्थों को दूर करने में मदद करता है जो आंखों की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा विटामिन सी आंखों की रक्‍तवाहिकाओं के स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देता है जिससे हमारी आंखें स्वस्थ बनी रहती हैं।
सूखे मेवे
आंखों की रोशनी बढ़ाने का घरेलू उपाय होने के साथ-साथ मेवे बहुत सी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं को दूर करने के लिए खाए जाते हैं। सूखे मेवों में फायदे में आंखों की रोशनी के लिए बहुत लाभकारी हैं। इन नट्स में विटामिन ई की उच्‍च मात्रा होती है। विटामिन ई आंखों की सूजन को कम करने में मदद करता है। अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि विटामिन ई युक्‍त खाद्य पदार्थों को सेवन करने से बढ़ती उम्र में मोतियाबिंद की संभावनाओं को कम किया जा सकता है। आप अपनी आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए सूखे मेवों को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। हालांकि इस बात का भी विशेष ध्‍यान रखना चाहिए कि इन्‍हें अधिक मात्रा में सेवन करना हानिकारक हो सकता है।
पलकें झपकाना
अगर आप लैपटॉप, कंप्यूटर और फोन का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो इस दौरान आप आंखें झपकाना भूल जाते हैं। जिसका सीधा असर आपकी आंखों पर पड़ता है। काम करते समय बीच-बीच में अपनी आंखें झपकाते रहें। इससे आंखें तनाव मुक्त और तरोताजा रहती हैं। साथ ही आंखों को आराम मिलेगा।
अच्छी नींद लें
काम और जिम्मेदारी के भारी बोझ के कारण कई लोगों को कम नींद आती है। जबकि पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी है। इससे आपकी आंखों के साथ-साथ शरीर को भी पूरा आराम मिलेगा। इससे आपको सिरदर्द, थकान, धुंधली दृष्टि महसूस नहीं होगी। साथ ही आपकी आंखों को आराम मिलेगा जिससे आंखों की मांसपेशियों को भी आराम मिलेगा। आंखें हमेशा स्वस्थ रहेंगी।
धूप का चश्मा
जब आप घर से बाहर निकलें या तेज धूप में वाहन चलाएं तो धूप का चश्मा लगाना आपके लिए बहुत जरूरी है। ताकि सूरज की तेज किरणें सीधे आंखों पर न पड़ें और आंखों को नुकसान न पहुंचे और ऐसे धूप का चश्मा भी पहनें जो यूवी प्रोटेक्शन प्रदान करते हों।
चमक
इलेक्ट्रॉनिक सामान का इस्तेमाल करते समय आपको हमेशा उनकी ब्राइटनेस लाइट कम रखनी चाहिए। जैसे मोबाइल फोन, लैपटॉप आदि। इन वस्तुओं का उपयोग करते समय आपको इस बात का ध्यान रखना होगा। तेज रोशनी से आपकी आंखों पर दबाव नहीं पड़ेगा और आपकी आंखें सुरक्षित रहेंगी।
आंखों पर ठंडे पानी के छींटे मारना
आंखों पर ठंडे पानी के छींटे मारना भी एक प्रकार का योग है। इससे आपकी दुखती आंखों को आराम मिलेगा. आंखों में पानी की कमी न हो इसलिए आंखों पर ठंडे पानी के छींटे मारें। इससे आपकी आंखें हमेशा साफ रहेंगी और आंखों में खुजली और लाल होने की समस्या नहीं होगी। अगर आप बाहर से या लंबी यात्रा से आ रहे हैं तो घर जाने के तुरंत बाद अपनी आंखों को ठंडे पानी से धो लें।
व्यायाम
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए व्यायाम बहुत जरूरी है। सुबह उठकर आंखों की एक्सरसाइज करने के लिए अपनी दोनों हथेलियों को आपस में रगड़ें, जब हथेलियां गर्म हो जाएं तो उन्हें हल्के हाथों से अपनी आंखों पर रखें। इस व्यायाम से आंखों का तनाव दूर होगा और आंखों को आराम मिलेगा।
आंखों की नियमित जांच कराएं
साल में लगभग दो बार डॉक्टर से अपनी आंखों की जांच करवाएं। इससे आपको अपनी आंखों से जुड़ी समस्या के बारे में सही समय पर पता चल जाएगा। जिसका आप सही समय पर इलाज करा सकते हैं। इससे आपकी आंखें स्वस्थ और सुंदर रहेंगी।
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