अधिक मात्रा में शराब का सेवन भी आपके मस्तिष्क की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को कर सकता है तेज

जिस तरह से त्वचा, बालों और शरीर को सही पोषण, खानपान ना मिले तो इन पर बढ़ती उम्र का असर जल्दी नज़र आने लगता है,

Update: 2022-08-10 10:23 GMT

जिस तरह से त्वचा, बालों और शरीर को सही पोषण, खानपान ना मिले तो इन पर बढ़ती उम्र का असर जल्दी नज़र आने लगता है, ठीक उसी तरह से हमारा मस्तिष्क भी कम उम्र में ही एजिंग का शिकार हो सकता है. आपके शरीर के बाकी हिस्सों की तरह, मस्तिष्क का समय के साथ बूढ़ा होना स्वाभाविक है. हालांकि, आपका आहार और जीवनशैली आपके मस्तिष्क की उम्र की दर को भी प्रभावित कर सकती है. कुछ आदतें मस्तिष्क की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर सकती हैं, जबकि अन्य इसे तेज कर सकती हैं. हम अक्सर अपने खानपान में कुछ ऐसी चीजों को शामिल करते हैं, जो ब्रेन के एजिंग प्रॉसेस को बढ़ा सकते हैं.

हेल्दी रहने के लिए किसी भी चीज का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए, लेकिन जब आप लगातार अनहेल्दी ईटिंग एंड ड्रिंकिंग हैबिट्स को अपनाएंगे, तो इसका नकारात्मक असर मस्तिष्क पर भी पड़ता है. इससे आपका दिमाग समय से पहले ही एजिंग का शिकार हो सकता है. नियमित रूप से अधिक मात्रा में अतिरिक्त शुगरी ड्रिंक्स के सेवन से मस्तिष्क और संज्ञानात्मक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है. जानें, कुछ ऐसे ही ड्रिंक्स के बारे में जो आपके मस्तिष्क को तेज़ी से बूढ़ा करने में योगदान कर सकते हैं.
सोडा से मस्तिष्क हो सकता है बूढ़ा
ईटदिस डॉट कॉम में छपी एक खबर के अनुसार, एक अध्ययन में पाया गया है कि सोडा के अधिक सेवन से मस्तिष्क के उम्र को बढ़ा देता है. जिन प्रतिभागियों ने हर दिन कम से कम एक सोडा पिया, उन्होंने ब्रेन वॉल्यूम में कमी को अधिक अनुभव किया. जिन प्रतिभागियों ने नियमित रूप से सोडा पिया था, उनकी "एपिसोडिक" मेमोरी भी खराब पाई गई यानी पिछली घटनाओं की लंबी अवधि की याददाश्त करने की क्षमता कम हो गई थी. शुगर युक्त सोडा जैसे पेय पदार्थ को प्रतिदिन पीने से बचें.
डाइट सोडा दिमाग को कर सकता है बूढ़ा
सोडा की ही तरह डाइट सोडा भी दिमाग की सेहत के लिए हेल्दी ऑप्शन नहीं है. एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि जिन लोगों ने प्रत्येक दिन एक डाइट सोडा का सेवन किया है, उनमें स्ट्रोक या डिमेंशिया होने की संभावना तीन गुना अधिक बढ़ जाती है. हालांकि, इस पर अभी और शोध करने की ज़रूरत है.
एल्कोहल के सेवन से भी दिमाग पर पड़ता है नेगेटिव असर
अधिक मात्रा में शराब का सेवन भी आपके मस्तिष्क की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को तेज कर सकता है, लेकिन बहस का विषय यह है कि क्या कम मात्रा में शराब का सेवन आपके संज्ञान यानी कॉग्निशन को भी प्रभावित कर सकता है या नहीं. हालांकि, शोध यह भी कहता है कि जो लोग प्रत्येक दिन एक गिलास रेड वाइन पीते हैं, उनमें डिमेंशिया या फिर अल्जाइमर्स रोग नहीं पाया गया. लेकिन 2022 के हालिया शोध से पता चलता है कि दिन में सिर्फ एक या दो ड्रिंक आपके दिमाग पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं. एक अध्ययन के अनुसार, मॉडरेट अमाउंट में शराब पीने से दिमाग में मौजूद सफेद और ग्रे दोनों प्रकार के पदार्थ सिकुड़ते पाए गए, जो मस्तिष्क के विभिन्न संज्ञानात्मक कार्यों के लिए जिम्मेदार होते हैं.
सोडा, डाइट सोडा, एल्कोहल और मस्तिष्क की उम्र की बढ़ने की प्रक्रिया से इनके संबंध के बारे में जो शोध मौजूद हैं, वह कुछ मामलों में अनिर्णायक हो सकते हैं. लेकिन, आप चाहते हैं कि आपका मस्तिष्क लंबी उम्र तक स्वस्थ और जवां रहे, तो किसी भी चीज का सेवन सीमित मात्रा में करना ही बेहतर है, खासकर के ऐसे पेय पदार्थों को.


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