जनता से रिश्ता वेन्डेसक | सहजन मतलब मोरिंगा आपकी हर समस्या को दूर कर सकता है। सहजन को इंग्लिश में ड्रमस्टिक बोला जाता है। आयुर्वेद में तो इसे अमृत समान मानते हैं। सहजन के वृक्ष की जड़ से लेकर फल,पत्तियां तक बहुत ही गुणकारी होती हैं। सहजन में एंटीफंगल, एंटीवायरल, एंटी डिप्रेसेंट एवं एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के साथ पोटैशियम, जस्ता, मैग्नीशियम, आयरन, तांबा, फास्फोरस एवं जस्ता जैसे कई पोषक तत्व सम्मिलित होते हैं, जो व्यक्ति को केवल फिट ही नहीं बल्कि उसके विकास में भी सहायता करते हैं। आइए आपको बताते है सहजन के फायदे…
सहजन के फायदे:-
* वेट लॉस:-
यदि आप अपने बढ़ते वजन से परेशान हैं तथा जल्द ही अपने मोटापे को कम करना चाहते हैं तो सहजन की पत्तियों का उपयोग कर सकते हैं। इसमें उपस्थित क्लोरोजेनिक एसिड और एंटी-ओबेसिटी गुण बढ़े हुए वजन को कम करने में सहायता कर सकते हैं।
* डायबिटीज:-
सहजन को डायबिटीज में भी बहुत लाभदायी माना जाता है। सहजन की फलियों, छाल एवं पत्तों में एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं, जो डायबिटीज को कंट्रोल करने में सहायता कर सकते हैं।
* इम्यूनिटी:-
सहजन की पत्तियों में उपस्थित पोषक तत्व इम्यूनिटी को मजबूत बनाए रखने में सहायता कर सकते हैं। मजबूत इम्यूनिटी शरीर को कई संक्रमण से बचाने में सहायता करती है।
* सूजन:-
सहजन में उपस्थित एंटी इंफ्लेमेटरी गुण सूजन कम करने में सहायता करते हैं। सूजन गठिया समेत कई ऑटोइम्यून बीमारियों की मूल वजह होती है। इसके अतिरिक्त चोट या संक्रमण से पीड़ित होने पर भी शरीर में सूजन बढ़ जाती है। सहजन का सेवन करने से आपको सूजन की परेशानी से राहत प्राप्त हो सकती है।
* पुरानी बीमारियों से रखें दूर:-
सहजन में उपस्थित एंटी-ऑक्सीडेटिव गुण पर्यावरण में उपस्थित मुक्त कणों के हानिकारक प्रभावों से बचाते हैं। मुक्त कण की वजह से होने वाली क्षति टाइप 2 डायबिटीज, हृदय की परेशानियों एवं अल्जाइमर जैसी कई पुरानी बीमारियों के लिए जिम्मेदार है। इसमें विटामिन सी और बीटा-कैरोटीन से भरपूर होती हैं, जो मुक्त कणों के खिलाफ काम करती हैं।