सर्दी के मौसम में जो दो हेल्थ इश्यूज सबसे अधिक परेशान करते हैं, उनमें कोल्ड यानी जुकाम और कफ यानी खांसी का नाम सबसे ऊपर आता है. खांसी-जुकाम को यूं तो कोई बड़ी बीमारी नहीं माना जाता है. लेकिन इस दौरान होने वाली परेशानियां जीना दुश्वार कर देती हैं. इस सर्दी आपको कोल्ड और कफ के कारण समस्याओं का सामना ना करना पड़े, इसके लिए आप गिलोय का सेवन कर सकते हैं. किस विधि से और कितनी मात्रा में इसे लेना, इस बारे में यहां जानें…
गिलोय या गुडुची के फायदे
गिलोय में ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं. इस कारण कोल्ड, कफ, वायरल जैसी संक्रामक बीमारियां फैलाने वाले वायरस जल्दी से शरीर पर अटैक नहीं कर पाते हैं.
गिलोय एक बेल होती है और इसकी स्टैम यानी तने का उपयोग किया जाता है. हालांकि इसके पत्ते और जड़ भी काफी यूजफुल होती हैं लेकिन घरेलू नुस्खों और सर्दी-खांसी से बचाव के लिए इसके स्टैम का सबसे अधिक यूज किया जाता है क्योंकि गिलोय का यही पार्ट सबसे अधिक पौष्टिक होता है.
गिलोय का उपयोग कैसे करें?
गिलोय को आप पाउडर, काढ़ा या जूस के रूप में उपयोग कर सकते हैं. हालांकि इसकी गोलियां यानी टैबलेट्स भी आती हैं और इन्हें आप किसी भी आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर से खरीद सकते हैं.
एक दिन में गिलोय के जूस को दो चम्मच से अधिक नहीं लेना चाहिए. एक बार में एक ही चम्मच जूस का सेवन करें. सुबह और शाम के समय आप इसका सेवन कर सकते हैं. यदि आप गिलोय की टैबलेट या कैप्सूल ले रहे हैं तो डॉक्टर की गाइडेंस में इसका उपयोग करें. क्योंकि आपकी हेल्थ के हिसाब से आपको दिन में एक टैबलेट लेनी चाहिए या दो यह वही अच्छी तरह बता सकते हैं.
कैसे बनाएं गिलोय का जूस?
यदि आप गिलोय के ताजे जूस का सेवन करना चाहते हैं तो इसे घर में बनाना बहुत आसान है.
अपनी हथेली के बराबर की लंबाई से गिलोय की दो स्टैम लें.
अब इन्हें धोकर काट लें और हल्का-सा कूट लें या पीस लें.
अब एक कप पानी में इन्हें पकाएं और एक उबाल आने के बाद बंद कर दें.
तैयार जूस को छान लें और दिन में दो बार इसका 2 से 3 चम्मच मात्रा में सेवन करें.
आप एक कप में 2 से 3 चम्मच गिलोय जूस निकालें और इसमें इतनी ही मात्रा में पानी मिला लें, अब इसका सेवन करें.