पुलाव से लेकर बिरयानी और खीर तक, भारतीय घरों में चावल बहुत पसंद किया जाता है। हम सभी जानते हैं कि चावल में कार्बोहाइड्रेट भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा चावल में फाइबर, मैंगनीज, सेलेनियम और विटामिन बी जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं।हालांकि, डायबिटीज के मरीजों को चावल खाने से परहेज करने की सलाह दी जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि चावल कई प्रकार के होते हैं, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के एक स्वायत्त संस्थान, इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी (आईएएसएसटी) द्वारा किए गए शोध के अनुसार, असम में उत्पादित चावल की जोहा किस्म रक्त शर्करा और मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए फायदेमंद है। बता दें कि जोहा चावल का उत्पादन सर्दियों में होता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जो लोग जोहा चावल खाते हैं उन्हें डायबिटीज और दिल से जुड़ी बीमारियां होने की संभावना कम होती है।
रिसर्च में क्या निकला?
शोध में विशेषज्ञों ने जोहा चावल के न्यूट्रास्युटिकल गुणों का विश्लेषण किया। शोधकर्ताओं के मुताबिक, चावल में पाए जाने वाले दो अनसैचुरेटेड फैटी एसिड यानी लिनोलिक एसिड (ओमेगा-6) और लिनोलेनिक (ओमेगा-3) एसिड हमारी सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। अध्ययन में यह भी पाया गया कि जोहा चावल में अन्य चावल किस्मों की तुलना में ओमेगा -6 का संतुलन अधिक है। इस चावल का उपयोग चावल की भूसी का तेल बनाने में किया जाता है। यह मधुमेह प्रबंधन के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है।
डायबिटीज के मरीजों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए
तनाव से दूर रखें- डायबिटीज के मरीजों को अपना तनाव कम रखना चाहिए. इसके लिए मेडिटेशन की आदत डालें।
खुद को हाइड्रेटेड रखें- ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखने के लिए पानी पीने की आदत बनाएं। शरीर को हाइड्रेटेड रखने से शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद मिलेगी.