क्या आप जानते है क्यों आती है हिचकी
अधिक भोजन करने व भोजन को अच्छे से न निगलने के कारण हिचकी आ सकती है
हिचकी आने के कई कारण हो सकते हैं जैसे अधिक भोजन का सेवन, कार्बोनेटेड युक्त पेय पदार्थों को पीना, तनाव व चिंता, दवाओं का साइड इफेक्ट और गर्भावस्था आदि के कारण हिचकी की समस्या पैदा हो सकती है। हिचकी को रोकने के कई घरेलू उपाय हैं, जिनका उपयोग कर आप हिचकी की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
हिचकी आने के कारण (Hichki aane ke karan in hindi)
अधिक भोजन करने व भोजन को अच्छे से न निगलने के कारण हिचकी आ सकती है। इसके अलावा भोजन करते समय बात करते रहने और ज्यादा मसालेदार खाना खाने के कारण भी हिचकी की समस्या पैदा हो सकती है। यह पाचन तंत्र में गड़बड़ी के कारण हो सकती है।
ठंडी तासीर वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना और ठंडे स्थान पर बैठे रहना, पेट में गैस के कारण बन सकता है। जिस कारण हिचकी की समस्या पैदा हो सकती है।
धुआं, धूल और तेज वायु के संपर्क में आने पर, व्यक्ति के अंदर अचानक हवा चली जाती हैं, जो हिचकी का कारण बन सकती है। इसके अलावा धूम्रपान व अत्यधिक शराब का सेवन भी हिचकी का कारण बन सकता है।
मानसिक और भावनात्मक समस्याएं जैसे चिंता, तनाव और किसी बात पर उत्तेजित हो जाना, कई बार कम समय या अधिक समय के लिए हिचकी आने का कारण बन सकता है।
ज्यादा देर तक च्यूइंग गम व कैंडी चबाने के साथ बहुत देर तक हंसने के कारण भी व्यक्ति के अन्दर अनजाने में हवा चली जाती है। जो हिचकी का कारण बन सकती है।
तनाव को दूर करने वाली दवाओं या सर्जरी के दौरान प्रयोग होने वाली दवाओं का अधिक सेवन भी हिचकी आने का कारण बन सकता है। यह दवाओं के साइड इफेक्ट के कारण हो सकता है।
गर्भावस्था के दौरान, भ्रूण के ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए सांस लेने की प्रक्रिया सामान्य से रूप से अधिक हो जाती है। इस समय किसी कारणवश ऑक्सीजन कम लेने पर, डायफ्राम में संकुचन पैदा होता है जो हिचकी का कारण बन सकता है।
लंबी अवधि तक हिचकी आने के कारण कुछ शारीरिक रोग भी हो सकते है जैसे गले में खराश या सूजन होना, मानसिक रोग, मधुमेह, गुर्दे की बीमारी और स्ट्रोक आदि रोगों के चलते हिचकी आ सकती है। जिनका सही समय पर इलाज करना बेहद जरुरी है।