बद्रीनाथ मंदिर के आसपास मौजूद इन अद्भुत जगहों का जरूर करें भ्रमण
बद्रीनाथ मंदिर के आसपास मौजूद
प्राचीन काल से बद्रीनाथ की यात्रा हिन्दू धर्म में एक पवित्र यात्रा मानी जाती है। आज भी बद्रीनाथ मंदिर का दर्शन करने के लिए हर साल लाखों भक्त पहुंचते हैं।
सैलानी जब बद्रीनाथ मंदिर दर्शन के लिए जाते हैं तो सिर्फ मंदिर दर्शन करके ही वापस आ जाते हैं, लेकिन मंदिर के आसपास ऐसी कई अद्भुत जगहें मौजूद हैं जहां एक बार घूमने के बाद पर्यटक मंत्रमुग्ध हो जाता है।
इस आर्टिकल में हम आपको बद्रीनाथ के आसपास मौजूद कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां घूमने के बाद आपका सफर और रोमांचक हो जाएगा। आइए जानते हैं।
नीलकंठ चोटी (Neelkanth Peak)
Neelkanth Peak
बद्रीनाथ मंदिर के आसपास घूमने की बात होती है तो सबसे पहले नीलकंठ ही बात जरूर होती है। माना जाता है कि नीलकंठ चोटी का जिक्र हिन्दू धार्मिक ग्रंथों में भी मिलता है।
नीलकंठ चोटी एक नहीं, बल्कि कई अद्भुत दृश्यों को प्रस्तुत करती है। चोटी से हिमालय के अद्भुत दृश्यों को देखने के बाद किसी भी सैलानी का मन ख़ुशी से झूम उठेगा। यह चोटी अद्भुत ट्रैक के लिए भी काफी फेमस है। इसलिए मंदिर से नीलकंठ चोटी पहुंचने का सफर काफी रोमांचक भी माना जाता है।
समुद्र तल से लगभग 12 हजार फीट की ऊंचाई पर मौजूद वसुधारा फॉल्स भारत की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। वसुधारा फॉल्स बद्रीनाथ मंदिर से लगभग 9 किमी दूर माणा गांव में स्थित है।
यह रमणीय झरना हिमालय के शांत वातावरण में स्थित है। इस स्थल का भी पौराणिक कथा है। मान्यता के अनुसार अज्ञातवास के दौरान पांडवों का यह विश्राम स्थल हुआ करता था। आपको बता दें कि वसुधारा फॉल्स पहुंचने के लिए ट्रैकिंग करनी पड़ती है। आपको यह भी बता दें कि माणा गांव में सरस्वती नदी बहती है। नदी के किनारे सुकून का पल बिता सकते हैं।(केदारनाथ मंदिर के आसपास मौजूद जगह)
बद्रीनाथ के आसपास में मौजूद व्यास गुफा भी एक बेहद ही खास और लोकप्रिय पर्यटक स्थल है। इस गुफा की भी एक पौराणिक कथा है। किंदवंती के अनुसार ऋषि व्यास ने भगवान गणेश की मदद से यहां महाकाव्य महाभारत की रचना की थी।
व्यास गुफा घूमने के बाद यक़ीनन भारत में मौजूद अन्य गुफ़ा को भूल जाएंगे। बद्रीनाथ मंदिर से यह कुछ ही दूरी पर है। यहां पहुंचने के लिए ट्रैकिंग करनी पड़ती है। ट्रैकिंग के दौरान एक से एक अद्भुत और मनमोहक दृश्यों से रूबरू हो सकते हैं।
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बद्रीनाथ बस स्टैंड से लगभग 2 किसी की दूरी पर मौजूद ब्रह्म कपाल अलकनंदा नदी के तट पर स्थित एक बेहद ही पवित्र घाट है। अलकनंदा नदी तट के किनारे स्थित होने चलते यह सैलानियों के बीच भी काफी फेमस है। ब्रह्म कपाल एक ऐसा स्थान है जहां अपने पूर्वजों की आत्मा यानी पिंड दान के लिए पहुंचते हैं। ब्रह्म कपाल में एक सपाट पत्थर है जहां पिंडदान के लिए पूजा-पाठ होती है।
आपको बता दें कि यह बद्रीनाथ मंदिर से लगभग 200 मीटर की दूरी पर मौजूद है। ऐसे में मंदिर दर्शन करने के बाद यहां घूमने के लिए जा सकते हैं। (भारत की सबसे रहस्यमयी जगह)
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