घर के पौधों की पत्तियों को पीलेपन से बचाने के लिए करे ये उपाए

Update: 2023-06-29 09:43 GMT
गांव हो या फिर शहर बिना पौधों के जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। यही वजह है कि बाग़वानी के प्रति लोगों का क्रेज़ बढ़ा है। हर कोई बालकनी गार्डेन या फिर टेरस गार्डेन बनाकर इस शौक़ को पूरा कर रहा है। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपने लिविंग रूम से लेकर बेडरूम तक, हरे भरे पत्तों वाले पौधे लगाना पसंद करते हैं। यह पौधे एक तरफ़ जहां आपके घर की ख़ूबसूरती को बढ़ाते हैं, वहीं दूसरी तरफ़ हमारे अंदर पॉजिटिविटी लाते हैं। इसलिए हम इन पौधों की देखभाल में समय बिताते हैं, लेकिन कभी-कभी हमारे प्रयासों के बावजूद पौधे के पत्ते पीले हो जाते हैं।
पौधे में पीलापन आने को क्लोरोसिस के रूप में जाना जाता है। पीली पत्तियां एक संकेत की तरह होती हैं जो हम सबको बताती हैं कि इन पौधों को मदद की जरूरत है। इन संकेतों को पढ़कर और सही कदम उठाकर इन पत्तियों के पीलेपन को हम रोक सकते हैं। कई ऐसे कारण हो सकते हैं जिसकी वजह से पौधों की पत्तियाँ पीली पड़ती हैं। इस लेख के माध्यम से उन्हीं कारणों, उनके संकेतों और उपचार के बारे में जानने का प्रयास करेंगे।
1- अधिक पानी भरना
सामान्यतौर पर ऐसा माना जाता है कि पौधों को पानी देते रहना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं है। पौधे को उतना ही पानी देना चाहिए जितनी की उसको ज़रूरत है। पानी की यह समस्या पत्तियों के पीली पड़ने का सबसे आम कारण मानी जाती है। इस तरह से जब पौधों में पानी भर जाता है तो उसकी ताक़त कम हो जाती है और वह अच्छी तरह से ग्रो नहीं हो पाता है। पानी की अधिकता ऑक्सीजन को मिट्टी से बाहर धकेल देती है और जड़ें अंडर एयर्ड होती हैं। जिसकी वजह से पौधों का दम घुटने लगता है, जड़ें डूबने और सड़ने लगती है, अधिक पानी देने से कई तरह के फंगल रोग लगने की सम्भावना बढ़ जाती है। इसलिए, किसी भी पौधे को लगाने से पहले उसके बारे में सही और समुचित जानकारी पहले से ले लेनी चाहिए।
अधिक पानी का संकेत
पानी की अधिकता की स्थिति में पौधों पर लगी परिपक्व पत्तियां भूरे-पीले रंग की हो जाती हैं और कई बार मुरझाने भी लगती हैं। इस स्थिति में पौधे के तने और पत्तियों पर काले धब्बे और गांठें दिखाई दे सकती हैं। बहुत अधिक पानी के कारण पौधे पर लगे फल फट सकते हैं। इसके अलावा भी कई पत्तियों के पीली पड़ने के कई कारण होते हैं।
पीलेपन का उपचार
इस तरह के की भी संकेत यदि आपके घर अथवा घर के बाहर लगाए पौधे पर दिखाई देते हैं तो सबसे पहले पानी की आवृत्ति को कम करें। पौधे को पानी से भरे नहीं बल्कि उतना ही पानी दें ताकि उनमें नमी बरक़रार रहे। साथ ही किसी औज़ार एक स्क्रूड्राइवर की मदद से रूट ज़ोन के चारों ओर गहरे छेद करके मिट्टी में हवा डालें। यदि आपके पौधे किसी कंटेनर अथवा ग्रोबैग में हैं,तो बर्तन के तल में एक छेद ड्रिल करें और सुनिश्चित करें कि मिट्टी से पानी अच्छी तरह से बाहर निकल जाए।
2- डिहाइड्रेशन होना
इसी तरह देखने में आता है कि पौधे दिन की गर्मी के दौरान मुरझा जाते हैं। इस स्थित का होना इस बात का संकेत है कि उनको उतना पानी नहीं मिल पा रहा है जितना की ज़रूरत है। इसलिए वे गर्म हो जाते हैं और धूप के प्रभाव से बाहर नहीं निकल पाते हैं। इसलिए अपने घर में लगाए पौधों को थोड़ा थोड़ा पानी हर दिन देते रहे। साथ ही साथ यह निर्धारित करने के लिए कि पौधों को सही मात्रा में पानी नहीं मिल रहा है, सतह से कुछ इंच नीचे मिट्टी की जाँच करें। अगर यह मिट्टी छूने में गर्म या सूखी लगती है तो इसे पानी की जरूरत है।
डिहाइड्रेशन का संकेत
डिहाइड्रेशन का संकेत नई पत्तियों अथवा कोपालों को देखकर लगाया जाता है। इसका असर जल्दी पौधों पर दिखाई नहीं देता पर आप पाएँगे कि सबसे नई, सबसे छोटी पत्तियाँ मुरझा कर पीली हो रही हैं। साथ ही साथ आप पाएँगे कि सुबह और शाम के समय खिलखिलाने वाले पौधे थोड़े अनमने से लग रहे हैं।
पर्याप्त पानी और उपचार
इस तरह की स्थित में पौधों को बार-बार हल्का पानी देने के बजाय भरपूर पानी देना चाहिए। यह पौधे हल्के स्नान की बजाय अच्छी तरह से पानी को सोखना पसंद करते हैं। पर्याप्त पानी की मात्रा का होना पौधों की जड़ों को गहराई से बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता है, पौधे को मिट्टी में भरपूर पोषक तत्वों मिल जाता है, जिसकी वजह से पौधा जल्दी से सूखता नही है। यह अच्छी तरह से ग्रो करता है।
3- सनलाइट की कमी किसी भी पौधे के लगाने और उसके विकसित होने के लिए सबसे ज़रूरी धूप और पानी का होना है। कई बार सनलाइट की कमी कमी की वजह से पौधों की पत्तियाँ पीली पड़ने लगती हैं और यह सूखने लगते हैं। यह स्थित तब आती है जब उस जगह पर प्रॉपर धूप नहीं आती जहां पर पौधा लगाया गया है। इसलिए पौधे को हमेशा ऐसी जगह पर रखना चाहिए जहां पर धूप आती हो। पौधा कई बार जब मोटा और झाड़ीदार हो जाता है, तो भी यह सनलाइट को भीतरी और निचली पत्तियों तक पहुँचने से रोकता है, ये पत्ते सनलाइट नही ले पाते, जिससे क्लोरोफिल का उत्पादन रुक जाता है और पत्तियाँ पीली पड़ने लगती हैं।
सनलाइट की कमी के संकेत
धूप नहीं मिलने की स्थिति में नीचे या फिर अंदर की तरफ़ दबी पत्तियों में आपको पीलापन दिखाई दे जाएगा। आमतौर पर यह मोटे पौधे में ज़्यादा होता है। इस स्थिति में पत्तियाँ पीली होने के साथ कई बार जल भी जाती हैं जिससे उनके ऊपर काले धब्बे नज़र आने लगते हैं।
धूप का उपचार
सबसे पहले उन पीली पद रही पत्तियों को पौधे से अलग कर दें और यह सुनिश्चहित करें कि पौधा ऐसी जगह पर रखा हो जहां पर अच्छी तरह से धूप आती हो। यह पौधे सूर्य के प्रकाश में अच्छा ग्रोथ करते हैं, लेकिन हर पौधे की अपनी प्रकृति होती है, हर पौधे को उतना ही धूप चाहिए जितना की उसको ज़रूरत है। कई पौधे ऐसे होते हैं जिनके लिए दिन में एक दो घंटे का धूप ही पर्याप्त होता है, कई को बहुत ज़्यादा धूप चाहिए होता है।
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