वट सावित्री व्रत में शादीशुदा महिलाएं वट पूर्णिमा की पूजा करती हैं। यह व्रत पति की लंबी आयु के लिए रखा जाता है। महिलाएं दुल्हन की तरह सजकर पूजा-अर्चना करती हैं और फिर व्रत तोड़ती हैं। बाकी व्रत की तरह इस दिन तरह-तरह के पकवान बनते हैं। व्रत वाला खाना तैयार किया जाता है और तरह-तरह की मिठाइयां सजाई जाती हैं। वट सावित्री व्रत के दिन वट की पूजा के लिए गुलगुले, खीर, पंचामृत, हलवा आदि बनाए जाते हैं।
अगर आप भी इस दिन के लिए विशेष कुछ बनाने के बारे में सोच रहे हैं तो अलग-अलग रेसिपीज तैयार कर सकते हैं। गुलगुले से लेकर कीस तक आप तीन तरह की रेसिपीज बना सकते हैं। चलिए उनका बनाने का तरीका जानें।
सिंघाड़े का शीरा
यह व्रत में बनाए जाने वाला एक आम शीरा ही है। आटे का हलवा चूंकि लोग नहीं खाते हैं तो ऐसे में सिंघाड़े का आटा व्रत में खाया जा सकता है। इसे कैसे बनाना है चलिए जानें।
सामग्री-
1 कप सिंघाड़े का आटा
1 कप चीनी
3/4 कप शुद्ध घी
2 कप दूध
1/2 छोटा चम्मच हरी इलायची पाउडर
7-8 बादाम बारीक कटे हुए
सिंघाड़े का शीरा बनाने का तरीका
एक कढ़ाही में घी गर्म करें और सिंघाड़े का आटा डालकर अच्छी तरह भून लें। घी में आटे को धीमी आंच पर तब तक भूनें जब तक कि उसका रंग थोड़ा सुनहरा न हो जाए।
अब इसमें एक कप गर्म दूध डालें और तेजी से चलाएं ताकि कोई गांठ न बने। इसमें चीनी डालकर अच्छी तरह से मिलाएं। इसे धीमी आंच पर चलाते हुए तब तक पकाएं जब तक घी अलग न दिखने लगे।
अब हरी इलायची का पाउडर और बारीक कटे हुए बादाम इसमें डालकर एक बार मिलाएं। आपका व्रत वाला हलवा तैयार है।
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आलू की कीस
यह व्रत के लिए एक अच्छा नाश्ता हो सकता है। व्रत के अलावा भी इसे आप दिन के किसी भी समय खा सकते हैं। इसे बनाना बहुत आसान है और यह आपके पेट को भरा रखता है।
सामग्री-
2 बड़े चम्मच देशी घी
4 मीडियम साइज के आलू
1/2 छोटा चम्मच जीरा
1 बारीक कटी हरी मिर्च
स्वादानुसार सेंधा नमक
1/4 छोटा चम्मच कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर
1/4 कप क्रश्ड मूंगफली
हरा धनिया
1 छोटा चम्मच नींबू का रस
आलू की कीस बनाने का तरीका
सबसे पहले आलू को छीलकर पानी में रख लें, ताकि वह काले नहीं पड़ें। इसके बाद उन्हें ग्रेट 1 मिनट के लिए पानी में रखें और फिर छानकर अलग रख लें।
एक पैन में घी डालकर गर्म करें और उसमें जीरा डालकर उसे चटकन दें। अब इसमें हरी मिर्च डालकर भूनें।
इसके बाद इसमें ग्रेट किए हुए आलू डालकर मीडियम फ्लेम पर 1 मिनट के लिए भूनें और फिर आंच कम कर दें।
आलू भून लेने के बाद उसमें सेंधा नमक, कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर और भुनी हुई क्रश्ड मूंगफली डालकर अच्छी तरह से मिलाएं। इसे धीमी आंच पर ढककर पकने के लिए रख दें।
बीच -बीच में आलू को हिलाएं और आखिर में इसमें हरा धनिया और नींबू का रस डालकर मिला लें। आपके आलू की कीस तैयार है। दही के साथ इसका मजा लें।
गुलगुले
gulgule recipe for vat savitri
विशेष अवसरों पर गुलगुले तैयार किए जाते हैं। वट सावित्री व्रत में जो भोग तैयार किया जाता है, उसमें भी गुलगुले रखे जाते हैं। आप इन्हें आसानी से तैयार कर सकते हैं।
सामग्री-
1/2 कप गुड़
1/2 कप गर्म पानी
1/2 कप गर्म दूध
1½ कप राजगिरा आटा
1 छोटा चम्मच क्रश्ड सौंफ
चुटकी भर सौंफ
1/2 छोटा चम्मच बेकिंग सोडा
तलने के लिए तेल
गुलगुले बनाने का तरीका
गुलगुले बनाने के लिए सबसे पहले एक कटोरे में गुड़, पानी और दूध को डालकर अच्छी तरह से मिला लें और इसे किनारे रख दें।
अब बैटर तैयार करने के लिए एक दूसरे कटोरे में आटा, सौंफ, इलायची पाउडर और बेकिंग सोडाडालकर अच्छी तरह से मिलाएं। इसमें गुड़ का सिरप डालकर लगातार मिक्स करें। यह बैटर एकदम स्मूथ होना चाहिए। इसे ढककर 30 मिनट के लिए अलग रख दें।
एक कढ़ाही में तलने के लिए तेल गर्म करें और उसमें निर्धारित समय के बाद गुलगुले के बैटर को चम्मच की मदद से बारी-बारी डालें। इन्हें एक बार तलकर निकाल लें।
इसके बाद उसी तेल में सारे गुलगुले डालें और गोल्डन होने तक अच्छी तरह से तल लें। गुलगुले तलने के लिए तेज आंच न करें। इससे आटा पकेगा नहीं और यह बाहर से जल जाएंगे।
इन्हें एक-एक करके टिश्यू पेपर में निकालें ताकि तेल सारा अब्सॉर्ब हो जाए। आपके व्रत वाले गुलगुले भी तैयार हैं।
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ये 3 तरह की रेसिपीज आप भी इस व्रत के अवसर में जरूर बनाएं। मीठे की रेसिपी को भोग में भी चढ़ाया जा सकता है और व्रत खोलने के बाद आप कीस का सेवन कर सकती हैं।
इसके अलावा अगर आप कोई खास रेसिपी बनाती हैं, तो इसे हमारे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बताएं। अगर आपको यह लेख पसंद आया तो इसे लाइक और शेयर करें। ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए विजिट करें हरजिंदगी।