चिरचिटा का पौधा बच्चों के यकृत रोग मिटाने में है बहुत सहायक
दूध में पीसकर नाक में टपकाने से लकवा या पक्षाघात ठीक हो जाता है।
चिरचिटा एक ऐसा पौधा है जिसका तना, पत्ती, बीज, फूल, और जड़ पौधे का हर हिस्सा औषधि है। ये सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता है, आइये जानते हैं कैसे:
गठिया की प्रॉब्लम से छुटकारा पाने के लिए अपामार्ग (चिचड़ा) के पत्ते को पीसकर, गर्म करके गठिया में बांधने से दर्द व सूजन दूर होती है।
यकृत रोग से छुटकारा पाने के लिए ये बहुत सहायक है। अपामार्ग का क्षार मठ्ठे के साथ एक चुटकी की मात्रा बच्चे को देने से बच्चे की यकृत रोग मिट जाते हैं।
एक ग्राम कालीमिर्च के साथ चिरचिटा की जड़ को दूध में पीसकर नाक में टपकाने से लकवा या पक्षाघात ठीक हो जाता है।