सावधान : क्या आपके स्किन पर भी दिख रहे है ऐसे निशान
सर्दी धीरे-धीरे अब दस्तक दे रही हैं और इसी मौसम में लोग स्किन ड्राईनेस से परेशान हो जाते हैं। वहीं सोरायसिस पेशेंट को तो इस मौसम में काफी परेशानी होती हैं। अगर आप नहीं जानते तो आपको बता दें कि सोरायसिस स्किन से जुड़ा एक रोग है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | सर्दी धीरे-धीरे अब दस्तक दे रही हैं और इसी मौसम में लोग स्किन ड्राईनेस से परेशान हो जाते हैं। वहीं सोरायसिस पेशेंट को तो इस मौसम में काफी परेशानी होती हैं। अगर आप नहीं जानते तो आपको बता दें कि सोरायसिस स्किन से जुड़ा एक रोग है। अगर आपकी कोहनियों, घुटनों, गर्दन, स्कैल्प पर स्किन बहुत ज्यादा ड्राई हो जाती है तो इसे इग्नोर ना करें क्योंकि यह लक्षण इस चमड़ी रोग के भी हो सकते हैं। दुनियाभर में करीब 12.50 करोड़ लोग इस रोग से प्रभावित हैं। इस बीमारी के प्रति जागरुकता के लिए पूरे विश्व में 29 अक्तूबर विश्व सोराइसिस दिवस के रूप में मनाया जाता है। चलिए इस बारे में आपको विस्तार से बताते हैं। अगर आप इसके शिकार हैं तो आपको खाने पीने की बहुत ज्यादा केयर करने की जरूरत होगी।
पहले जानिए आपको पता कैसे चलेगा कि यह सोरायसिस की समस्या है?
अगर स्किन पर लाल-सूखे कड़े धब्बे, पपड़ी सी बने और उस पर तेज खुजली हो तो समझ लें यह सोरायसिस है। बहुत से लोगों को लगता है कि इसका संबंध स्किन इंफेक्शन या कॉस्मेटिक प्रॉब्लम है जबकि सोरायसिस इसके बिल्कुल उलट है।
इम्यून सिस्टम से इस बीमारी का कनैक्शन
जिन लोगों की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती हैं उन्हें यह समस्या अपना शिकार बनाती हैं दरअसल, सोराइसिस रोग तभी होता है जब रोग प्रतिरोधक तंत्र स्वस्थ कोशिकाओं पर हमला करता है लेकिन घबराने की जरूरत नहीं क्योंकि सही डाइट और लाइफस्टाइल नियम इस बीमारी पर कंट्रोल रखेंगे।
सबसे पहले जानिए सोरायसिस रोग में खाना क्या है?
इसमें आपको गेहूं, चावल, जौ, अरहर, मूंग और मसूर की दाल, सब्जियों में सहजन, टिंडे परवल लौकी तोरई, खीरा, लहसुन, अदरक और फलों में अनार व जायफल खाना है। वहीं आप मसालों में सौंफ, हिंग, काला नमक, जीरा, लहसुन, अजवाइन
और गुनगुने पानी का सेवन करें।
सोरायसिस रोग में क्या नहीं खाना है?
इसमें सबसे बड़ा परहेज ऑयली चीजों, मसालेदार भोजन, चिकन , अचार ज्यादा तेल, फास्ट फूड , डिब्बाबंद चीजें जंक फूड नहीं खानी।
इसके अलावा अनाज में नया धान, मैदा, दालों में उड़द, मटर व चना नहीं खाना।
फल व सब्जियों में पत्तेदार सब्जियां जैसे सरसों का साग, टमाटर बैंगन, नारंगी, नींबू, खट्टे अंगूर, आलू और कंद मूल का सेवन नहीं करना।
साथ ही दही, मछली, गुड़, दूध ज्यादा नमक, कोल्ड्रिंक्स, संक्रमित पानी नहीं पीना है।
देसी नुस्खे की बात करें तो सुबह खाली पेट उठकर दांतों को साफ करें और खाली पेट 1-2 गिलास गुनगुना कोसा पानी पीएं और नाश्ते से पहले आवंला या एलोवेरा का रस पीएं।
इस रोग को कंट्रोल में रखने के लिए आपका लाइफस्टाइल सही होना बहुत जरूरी है। सोरायसिस के लक्षणों को लोग गंभीरता से नहीं लेते लेकिन इस रोग को हलके में लेना आपको काफी मुश्किल व दर्द दे सकता है। त्वचा और शरीर पर होने स्किन पर दिखें ऐसे निशान तो हो जाए अलर्टवाले दूसरे रोगों का तो इलाज है, लेकिन सोरायसिस का कोई इलाज नहीं है इसलिए अनदेखी महंगी पड़ सकती है। लाइफस्टाइल और इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग रखकर इसे
कुछ बातों का परहेज बहुत जरूरी
योग और मेडिटेशन जरूर करें। योग में कपालभांति, बाह्यप्राणाया, अनुलोम विलोम, भ्रामरी, उदगीथ, उज्जायी, प्रनव जप, पश्चिमोत्तानासन, हलासन, मर्कटासन, सर्वांगासन करना बहुत फायदेमंद है।
दिन के समय ना सोएं।
ताजा व हल्का गर्म भोजन करें।
भोजन के बाद हलकी सैर जरूर करें।
हल्की फुल्की एक्सरसाइज करते रहे।
तनाव मुक्त रहने की कोशिश करें।
सूरज की किरणों से स्किन को बचाएं।
यूरिन और शौच को रोके ना।