क्या कोरोना से संक्रमित मां शिशु को स्तनपान करा सकती है, जानिए डॉक्टरों की राय

तो ऐसे में इसका प्रभाव बच्चे में भी हो सकता है.

Update: 2021-05-01 10:05 GMT

कोरोना वायरस के तेजी से फैलने के बाद गर्भवती महिलाओं और हाल ही नवजात शिशु को जन्म देने वाली महिलाओं के मन में बहुत से सवाल चल रहे हैं. क्या ये जानलेवा वायरस मां से बच्चे के शरीर में भी दाखिल होता है? क्या कोरोना से संक्रमित मां शिशु को स्तनपान करा सकती है? इस तरह के बहुत से सवाल उनके दिमाग में घूम रहे हैं.इस बीमारी को लेकर प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो ने एक वेबिनार का आयोजन किया जहां डॉक्टरों ने कोरोनोवायरस बीमारी के बारे में कई मिथकों का भंडाफोड़ किया.

इन बातों का रखें ध्यान
1. मां को हमेशा मास्क पहनकर रहना होगा. इसके अलावा सांस लेने में हाईजीन के नियमों का पालन करना होगा.
2. नवजात शिशु को लेने से पहले और बाद में हाथ जरूर धोएं. यह नियमित रूप से हर बार करना होगा.
3. बच्चे को लेकर घर या अस्पताल में जिन भी जगहों पर आप जा रहे हैं, वहां साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें.
क्या कहती है सीडीसी की रिपोर्ट
सीडीसी (सेंट्रल फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन) की एक रिपोर्ट में लिखा गया है कि अभी तक के मामलों में कोरोना वायरस से पीड़ित जिन महिलाओं ने शिशुओं को जन्म दिया है, उन बच्चों को कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं पाया गया था. साथ ही मां के दूध में भी ये वायरस नहीं पाया गया है. स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए एक एन -95 मास्क, एक फेस शील्ड की सलाह दी गई है क्योंकि बच्चे पर मास्क (नाक को ढंकना) लगाना उचित नहीं है.

"नवजात शिशुओं पर मास्क का उपयोग करना उचित नहीं है जब तक कि वे कम से कम दो वर्ष की आयु के न हों."यहां तक ​​कि अगर ऐसा होता है, तो यह आकलन करना बहुत मुश्किल है कि क्या यह संक्रमण बच्चे में मां से आया है, या किसी और से गर्भावस्था में संक्रमण की दर पिछले 15 महीनों में उच्च स्तर पर चली गई है, हर दूसरे रोगी की तरह. इन रोगियों में 93-95% हल्के मामले हैं। इससे घबराने की जरूरत नहीं है. लेकिन, अगर मरीज किसी बीमारी जैसे हाइपरटेंशन, डायबीटीज जैसी बीमारी से ग्रस्त है तो ऐसे में इसका प्रभाव बच्चे में भी हो सकता है.


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