बच्चों में इन वजहों से हो सकती है कैल्शियम की कमी, जानें इससे बचाव के तरीके
बढ़ते बच्चों और किशोरों की बेहतर सेहत के लिए जरूरी है कि उनके शरीर में कैल्शियम की कमी ना हो. पर्याप्त कैल्शियम उनकी हड्डियों को जीवनभर टूटने से बचाता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी गंभीर समस्या नहीं होती है. अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चों को जीवन भर हड्डियों से जुड़ी बीमारियां ना हो या फ्रैक्चर आदि की समस्या ना हो, तो आप उनके भोजन में अधिक से अधिक कैल्शियम और विटामिन डी वाले फूड्स को शामिल करें. आज आपको बताएंगे कि बच्चों को कितनी मात्रा में कैल्शियम की जरूरत होती है.
बच्चों के लिए कितना कैल्शियम जरूरी?
एवरीडेहेल्थ के मुताबिक, बच्चों के बेहतर ग्रोथ के लिए जरूरी है कि 1 से 3 साल के बच्चों को रोजाना करीब 700 मिलीग्राम कैल्शियम की आपूर्ति हो. जबकि 4 से 8 साल के बच्चों को 1000 मिलीग्राम कैल्शियम की जरूरत होती है. वहीं 9 से ज्यादा उम्र के बच्चों को 1300 मिलीग्राम से अधिक कैल्शियम की जरूरत पड़ती है.
कैल्शियम की कमी की बड़ी वजह
अगर 1 साल से कम उम्र तक बच्चे ने मां का दूध ना पीया हो.
विटामिन डी की कमी से भी कैल्शियम की कमी होती है.
कुछ हार्मोन भी शरीर में कैल्शियम की कमी की वजह बनते हैं.
पैराथायराइड ग्लैंड के कम विकसित होने से यह समस्या हो सकती है.
जन्म देते वक्त मां को डायबिटीज हो तो बच्चे में कैल्शियम की कमी हो सकती है.
जिजॉर्ज सिंड्रोम नामक जेनेटिक डिसऑर्डर की वजह से कैल्शियम की कमी हो सकती है.
कैल्शियम की कमी को दूर करने के उपाय
खाने में अधिक से अधिक दूध से बनी चीजों को शामिल करें. इसके अलावा, सोया से बनी चीजों, फिश बोन, बादाम, स्वीट पोटैटो, तरह तरह के दाल, बीन्स, ब्रोकोली, हरी मटर आदि को शामिल करें.
बच्चों को रोज 15 मिनट सुबह और शाम की धूप में बिठाएं.
डॉक्टर की सलाह पर विटामिन डी और कैल्शियम सीरप दें.