कतीरा पेड़ से निकाला जाने वाला गोंद है, जो की पेड़ से निकालने वाले द्रव्य के सुख जाने के बाद बनता है। इसका कांटेदार पेड़ भारत में गर्म पथरीले क्षेत्रों में पाया जाता है। यह पीले और सफ़ेद रंग का होता है। इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन और फोलिक एसिड जैसे तत्व पाए जाते है। यह हमारे शरीर से जुडी कई समस्याओ से भी राहत दिलाने में मदद करता है। इसके सेवन से गर्मियों में लू से बचा जा सकता है। इसे रात में पानी में भिगोकर रखे और फिर इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसका प्रयोग शरबत, लच्छे और आइसक्रीम में भी किया जाता है। इसका सेवन गर्मियों में करना और भी फायदेमंद होता है। तो आइये जानते इससे होने वाले फायदों के बारे में
गर्मी व जलन से राहत
हाथ-पैरों में जलन की समस्या हो तो 2 चम्मच कतीरा को रात को सोने से पहले 1 गिलास पानी में भिगों दें। सुबह इसमें शक्कर मिला कर खाने से राहत मिलती है।
कमजोरी और थकान
हर रोज सुबह आधा गिलास दूध में कतीरा गोंद डालें और मिश्री डालकर पीने से कमजोरी और थकान में लाभ मिलता है।
टांसिल से राहत
गले में टांसिल की समस्या हैं तो 2 भाग कतीरा बारीक पीसकर धनिए के पत्तों के रस में मिलाकर रोजाना गले पर लेप करने से आराम मिलता है। कतीरा को पानी में भीगो लें और फिर इसका शर्बत बनाकर सुबह-शाम पीएं। इससे गले के रोगों में पूरा लाभ मिलता है।
माइग्रेन से छुटकारा
गोद कतीरा खाने से माइग्रेन, थकान, कमजोरी, गर्मी की वजह से चक्कर आना, उल्टी जैसी समस्याओं में भी काफी फायदेमंद होता है।
खून की कमी पूरी करे
इसमें प्रोटीन और फॉलिक एसिड जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जो खून बढ़ाने में मददगार हैं। 10-20 ग्राम गोंद कतीरा रात को पानी में भिगो दें और सुबह उसी पानी में मिश्री मिलाकर शर्बत बनाकर सेवन करें। इसका रोजाना सेवन करने से इस परेशानी से निजात पाई जा सकती है।