प्राचीन काल में रोम के निवासी कामोत्तेजना जागृत करने के लिए चुकंदर के रस का सेवन करते थे. वे पाचनशक्ति ठीक रखने व रक्तसंबंधी बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए भी चुकंदर का प्रयोग करते थे.
आजकल चुकंदर का इस्तेमाल शक्कर के विकल्प के रूप में व व्यंजन को ख़ूबसूरत रंग देने के लिए किया जाता है. इसके अलावा चुकंदर का प्रयोग डिज़र्ट, जैम व जेली में किया जाता है. चुकंदर के सेहत से जुड़े फ़ायदों को देखते हुए हम आपको इसे रोज़ाना के खानपान में शामिल करने की सलाह देते हैं.
कितना सेहतमंद है?
* चुकंदर में भरपूर मात्रा में ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स, विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं.
* इसमें मैग्नीशियम, सोडियम, मैग्नीज़, पोटैशियम और विटामिन सी जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं.
* चुकंदर बेटैनिन का प्रमुख स्रोत है, जो रक्तचाप को नियंत्रित रखने के साथ ही दिल से संबंधित बीमारियों से बचाव करता है. यह दिल को सेहतमंद रखने में मदद करता है.
इसमें ऐंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं. बेटैनिन एल्कोहल का सेवन करने से होनेवाली बीमारियों, प्रोटीन की कमी और मधुमेह से भी बचाव करता है.
* चुकंदर में मौजूद बेटैनिन के कारण इसका रंग लाल होता है. बेटनिन में ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं, जो आंखों की दृष्टि तेज़ करने और स्नायु तंत्र को स्वस्थ्य रखने में मदद करते हैं. बेटैनिन शरीर में एकत्रित विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर शरीर को डिटॉक्स करता है.
* यह डायजेस्टिव फ़ाइबर का उत्तम स्रोत है. बहुत-से शोधों से इस बात की पुष्टि हुई है कि यह कोलोन, लंग, ब्रेस्ट और प्रोस्टेट कैंसर से शरीर का बचाव करता है.
कैसे खाएं?
कच्चे चुकंदर कड़े और कुरकुरे होते हैं. पकाने के बाद ये मुलायम हो जाते हैं. चुकंदर का अधिकतम फ़ायदा उठाने के लिए रोज़ाना एक मध्यम आकार का चुकंदर खाएं. अगर चुकंदर का आकार छोटा है तो डेढ़ चुकंदर का सेवन करें. चुकंदर काटते समय हाथों में दाग़ पड़ने का ख़तरा रहता है इसलिए दस्ताने पहनकर चुकंदर काटें. यदि आप दस्ताने नहीं पहनना चाहती हैं तो दाग़ निकालने के लिए हथेलियों पर नींबू का छिलका रगड़ें. हम आपको चुकंदर खाने के तीन तरीक़े बता रहे हैं.
उबालकर: चुकंदर को छिलके सहित ठंडे पानी से धोएं. फिर चुकंदर को काटकर १५ मिनट के लिए उबालें. यह चुकंदर को मुलायम बनाने और इसके पोषक तत्वों को बनाए रखने का बेहतरीन माध्यम है. उसके बाद चुकंदर को पेपर नैपकिन से पोंछकर स्वादानुसार काली मिर्च और नमक छिड़कर खाएं.
चुकंदर उबालते समय नींबू का रस या सिरका डालें. इससे उसका रंग बरक़रार रहेगा. बेकिंग सोडा डालने से चुकंदर गाढ़े बैंगनी रंग का हो जाता है. नमक डालने से चुकंदर का रंग हल्का हो जाता है इसलिए खाने से ठीक पहले नमक डालें.
कच्चा: कच्चे चुकंदर का रस बेहद फ़ायदेमंद होता है. आप चुकंदर को कद्दूकस करके सलाद या सूप में भी डाल सकती हैं.
ग्रिल्ड/रोस्टेड/सूप: आप चुकंदर को ग्रिल करके या रोस्ट करके भी खा सकती हैं. आप इसका सलाद या सूप बना सकती हैं या फिर अन्य सब्ज़ियों के साथ मिला सकती हैं.
ख़रीदते समय ध्यान दें
भारत में औसत आकार के चुकंदर मिलते हैं. यह खाने के लिए बेहतरीन होते हैं. हमेशा कड़े, चिकनी त्वचा और गहरे रंगवाले चुकंदर ख़रीदें. हल्के रंगवाले और सिकुड़े हुए चुकंदर न लें. चुकंदर के पत्तों को काटकर प्लास्टिक बैग में स्टोर करें. चुकंदर को इस्तेमाल में लाने से पहले धोएं, न कि स्टोर करते समय. आप चुकंदर को फ्रीज़र में रख सकती हैं, इससे इनकी ताज़गी लंबे समय तक बरक़रार रहती है.