स्विमिंग पूल में नहाना हो सकते है खतरनाक, इन बीमारियों का खतरा

Update: 2023-06-13 16:46 GMT
 
Skin Infections: गर्मियों का मौसम है. इस दौरान लोग वाटर पार्क और स्विमिंग पूल (water park and swimming pool) में नहाने जाते हैं. इससे तेज गर्मी से काफी राहत मिल जाती है. स्विमिंग एक अच्छी एक्सरसाइज (good exercise) भी मानी जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्विमिंग पूल के पानी में नहाने से सेहत को काफी नुकसान हो सकता है. इससे स्किन में इंफेक्शन और फंगल इंफेक्शन (skin infection and fungal infection) का खतरा रहता है. ऐसे में पूल जाने से पहले आपको काफी सावधानी का पालन करना चाहिए.
डॉक्टर बताते हैं कि स्विमिंग पूल में पानी को साफ रखने के लिए क्लोरीन को मिलाया जाता है. कई बार ऐसा भी होता है कि क्लोरीन (chlorine) ज्यादा डाल दिया जाता है. इससे स्किन से संबंधित परेशानियां हो सकती हैं. स्किन पर रैशेज और एलर्जी होने का खतरा रहता है. कुछ लोगों को स्किन में टैनिंग का भी खतरा रहता है. अगर पानी नाक के जरिए शरीर में चला जाता है को बैक्टीरिया से संबंधित बीमारी भी हो सकती है. बच्चों में इसका खतरा ज्यादा रहता है. जो बच्चे रोजाना स्विमिंग करते हैं उनको विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.
कितना होना चाहिए क्लोरीन?
डॉ मनीष जांगड़ा बताते हैं कि स्विमिंग पूल में पानी में पीएएच वैल्यू 8 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. अगर ये इससे ज्यादा है तो आपकी स्किन को नुकसान हो सकता है. कुछ जगह पीएच वैल्यू का ध्यान रखा जाता है, लेकिन कुछ जगह ऐसा नहीं है. इसलिए स्विमिंग पूल में जाने से पहले ये ध्यान रखें कि वहां के पानी में क्लोरीन की मात्रा कितना है और पीएच लेवल क्या है. अगर ये तय मानक से अधिक है तो आपके ऐसे पानी में नहाने से बचना चाहिए.
फंगल इंफेक्शन का खतरा
स्विमिंग पूल में नहाने से फंगल इंफेक्शन का रिस्क काफी ज्यादा होता है. फंगल इंफेक्शन अंडरआर्म और जांघों के आसपास के हिस्सों में हो सकता है. ये इंफेक्शन दूसरे लोगों में होने का भी रिस्क होता है. पैरों की उंगलियों में भी फंगल इंफेक्शन हो सकता है. इसकी शुरुआत खुजली और रैशैज से हो सकती है.
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