Basant Panchami 2025: माना जाता है कि वसंत पंचमी के दिन सरस्वती मां की पूजा करने से ज्ञान और विद्या का आशीर्वाद मिलता है। इस दिन पीले रंग के कपड़े पहनना और पीले ही रंग की खाने की चीजों को खाना शुभ माना जाता है। ऐसे में आप मां सरस्वती को भोग लगाने के लिए केसर हलवा बना सकते हैं। यहां सीखिए इसकी बेहतरीन रेसिपी-
1 कप रवा
5-6 बड़े चम्मच घी
3 से 4 बड़े चम्मच काजू
3 से 4 बड़े चम्मच बादाम
1 बड़ा चम्मच किशमिश
1 कप चीनी
2.5 कप पानी
2 से 3 चुटकी केसर के रेशे
2 से 3 बूंदें प्राकृतिक नारंगी रंग
आधा चम्मच हरी इलायची पाउडर
केसर हलवा बनाने के लिए सबसे पहले ड्राई फ्रूट्स को भूनकर एक तरफ रख लें। इसके लिए एक भारी कढ़ाई या मोटे तले वाले पैन में घी गर्म करें और धीमी आंच पर काजू और बादाम को लगातार चलाते हुए तब तक तलें जब तक वे सुनहरे न हो जाएं। फिर तले हुए काजू और बादाम को कढ़ाई से निकालकर एक तरफ रख दें। और गर्म घी में किशमिश भी लगातार चलाते हुए तब तक भूनें जब तक कि वे फूलकर मोटे न हो जाएं। इन्हें भी निकाल कर तले हुए काजू और बादाम के साथ अलग रख दें। काजू किशमिश भुनने के बाद अब आंच धीमी कर दें और घी में बारीक रवा डालें और अच्छी तरह मिला लें। रवा को धीमी आंच पर भूनना शुरू करें। जब रवा का रंग बदल जाए और भुने हुए रवा से अच्छी खुशबू आने लगे। जब तक रवा भुन रहा हो तब तक दूसरी आंच पर एक सॉस पैन में पानी गर्म करें और चीनी के साथ 2 से 3 चुटकी केसर के रेशे और दो से तीन बूंद नारंगी रंग डालें। तेज आंच पर चीनी के घोल को गर्म करना शुरू करें। जब चीनी का घोल उबलने लगे। तो इसे धीरे-धीरे रवा वाली कढ़ाई में डालकर मिला दें। अच्छी तरह से मिलाएं और मिलाते समय अगर कोई गांठ हो तो उसे चम्मच से तोड़ दें। अब रवा को धीमी आंच पर लगातार हिलाते हुए पकाएं। कुछ ही देर में ये पानी सोखकर फूल जाएगी और गाढ़ी होना शुरू हो जाएगी। इस समय पर इसमें तले हुए काजू, बादाम और किशमिश डालें। साथ ही हरी इलायची पाउडर भी डालें। हलवे को तब तक पकाएं जब तक इससे थोड़ा घी न निकलने लगे और रवा सारा पानी सोख न ले और अच्छी तरह पक न जाए। जब ये पक जाए तो इसे कुछ केसर के रेशे और काजू किशमिश बादाम से गार्निश करें और फिर भोग लगाएं।