सावधान! अंडों में पाए जाने वाला खतरनाक बैक्टीरिया कर सकता है बीमार, ये रंग दिखा तो...
Egg Quality: स्वादिष्ट और न्यट्रिशन से भरपूर अंडा प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है. लेकिन इसे खाने से पहले अगर कुछ चीजों पर ध्यान ना दिया जाए तो ये आपकी सेहत को बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है. एक्सपर्ट कहते हैं कि कुछ अंडों में पाए जाने वाला एक खतरनाक बैक्टीरिया इंसान को गंभीर रूप से बीमार कर सकता है. इसलिए इसे फ्राई या बॉइल करने से पहले जांच लेना ही बेहतर है.
यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर (USDA) ने बैक्टीरिया वाले अंडे की पहचान करने का तरीका बताया है. USDA के मुताबिक, अगर व्हाइट एग में आपको गुलाबी या मोती जैसा रंग दिखाई दे तो इसे तुरंत फेंक देने में ही भलाई है. अंडे के सामान्य रंग में बदलाव स्यूडोमोनास बैक्टीरिया का संकेत हो सकता है. इस बैक्टीरिया से संक्रमित अंडे को खाने से आपको फूड प्वॉइजनिंग या फिर किसी गंभीर समस्या को ट्रिगर कर सकता है.
एक्सपर्ट कहते हैं कि यह बैक्टीरिया अंडे में हल्का हरा और पानी में घुलनशील द्रव्य का निर्माण करता है. यदि आपको अंडे के सफेद भाग में किसी तरह का बदलाव नजर आता है तो इसे खाने की गलती बिल्कुल ना करें. एक स्टडी भी बताती है कि अंडे में गुलाबी या इंद्रधनुषी रंग देखते ही इसे फेंक दे. यह अंडा स्यूडोमोनास बैक्टीरिया से संक्रमित हो सकता है.
पोल्ट्री साइंस में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक, खराब अंडे में कुछ खट्टी, बासी या फल जैसी गंध आती है. ऐसे अडों की जर्दी पर सफेद और रेशेदार परत चढ़ जाती है जो बाद में हल्की ब्राउन पड़ने लगती है. USDA के मुताबिक, कई बार अंडे की जर्दी का पीला शेड मुर्गी की डाइट पर भी निर्भर करता है. फूड ऑथोरिटी के एक्सपर्ट कहते हैं कि अगर मुर्गी को खाने में पीले या संतरी रंग की चीजें मिलती हैं तो जर्दी का रंग गाढ़ा पीला होता है.
किस तापमान में रखें अंडे- एक्सपर्ट कहते हैं कि घर में अंडों को उसी कार्टन के अंदर रखना चाहिए जिसके साथ ये आते हैं. इसे फ्रीजर में रखते वक्त भी आपको कुछ बातों को ध्यान रखना चाहिए. फ्रिज में अंडों को 45 डिग्री फारेनहाइट या उससे कम तापमान पर रखना चाहिए. इससे अंडों के खराब होने का जोखिम काफी हद तक कम हो जाता है.