अस्थमा सांस से संबंधित एक बीमारी है, जो धूल, प्रदूषण और एलर्जी से होती है। अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति को सांस लेने में बहुत तकलीफ होती है और नियमित रूप से खांसी की भी शिकायत रहती है। साथ ही सीने में दबाव महसूस होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो श्वसन नलियों में अवरोध पैदा होने से व्यक्ति को सांस से संबंधित समस्या होती है। कुछ लोगों को अस्थमा होने पर श्वसन मार्ग में सूजन भी हो जाती है। अस्थमा के मरीजों को सेहत का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। लापरवाही बरतने से यह बीमारी और भी खतरनाक साबित हो जाती है। इसके लिए सेहत का ख्याल रखने में कोई कोताही न बरतें। वहीं, अस्थमा से बचाव के लिए घर से बाहर निकलते समय मास्क जरूर पहनें। खासकर, कोरोना काल में इसका विशेष ख्याल रखें। रोजाना काढ़ा का सेवन करें। साथ ही एक्सरसाइज और योग जरूर करें। योग के कई आसन हैं, जो अस्थमा में फायदेमंद होते हैं। इनमें एक बुटेको नोज़ ब्रीदिंग है। इस एक्सरसाइज या योग को करने से अस्थमा में बहुत आराम मिलता है। कई शोधों में दावा किया गया है कि बुटेको नोज़ ब्रीदिंग एक्सरसाइज अस्थमा के लिए फायदेमंद साबित होती है। अगर आप भी अस्थमा के मरीज हैं, तो बुटेको नोज़ ब्रीदिंग एक्सरसाइज जरूर करें। आइए, इस एक्सरसाइज के बारे में सबकुछ जानते हैं-
बुटेको नोज़ ब्रीदिंग एक्सरसाइज
कई शोधों में बुटेको नोज़ ब्रीदिंग एक्सरसाइज के फायदे को विस्तार से बताया गया है। इन शोधों में यह भी दावा किया गया है कि बुटेको नोज़ ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने से तनाव में भी आराम मिलता है। इसके अलावा, ये एक्सरसाइज अस्थमा में फायदेमंद रहती है।
कैसे करें
इसके लिए सबसे पहले शांत वातावरण में समतल जमीन पर योग मैट बिछाकर आराम से बैठ जाएं। इसके बाद अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें। फिर सामान्य तरह से सांस लें और छोड़ें। अब नाक को अंगूठे की मदद से बंद करें। इस दौरान अपने सिर को ऊपर नीचे हिलाएं। अब अंगूठा हटाकर सामान्य तरह से सांस लें। इस क्रम में कई बार दोहरा सकते हैं। इस एक्सरसाइज को करने से अस्थमा में बहुत आराम मिलता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।